Wednesday , November 13 2024

कांवड़ियों की सुविधा के लिए बढ़ी रोडवेज बसों के फेरों की संख्या

उत्तर प्रदेश में कांवड़ियों की सुविधा के लिए राज्य परिवहन निगम अतिरिक्त बसों का संचालन करेगा और बसों के फेरे भी बढ़ाए जायेंगे। सहारनपुर से कांवड मेला में बहुत अधिक संख्या में कांवडिए हरिद्वार को गंगा जल लेने जाते है तथा हरिद्वार से गंगा जल लेकर विभिन्न मार्गों से होते हुए हरियाणा एवं हिमाचल तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपने गंतव्य स्थलों पर पंहुचते हैं। शिवभक्तों को आवागमन के तहत किसी प्रकार की समस्या न आए उसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य सडक परिवहन निगम दो अगस्त तक बसों का अतिरिक्त परिभ्रमण बढाते हुए संचालन करेगा।

परिवहन निगम ने दिए ये निर्देश
परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने चालकों एवं परिचालकों को निर्देश दिए कि मार्गों पर बसों के संचालन के समय यात्रियों एवं श्रद्धालुओं से मधुर व्यवहार करें तथा यथासंभव श्रद्धालुओं की सहानुभूति पूर्वक सहायता करें। दिल्ली से हरिद्वार तक अभी 26 बसें, ऋषिकेश तक 20 बसें एवं देहरादून तक 47 बसें संचालित है। इसके साथ ही सहारनपुर से हरिद्वार के लिए 30 बसें, मुजफ्फरनगर से हरिद्वार एवं ऋषिकेश के लिए 30 बसें सहारनपुर से देहरादून के लिए 24 बसें संचालित की जा रही है। आवश्यकता पड़ने पर इनमें वृद्धि की जाएगी। वहीं, जिलाधिकारी मनीष बंसल ने कहा कि मेला अवधि में यूपीएसआरटीसी के किसी उपाधिकारी एवं कार्मिक को किसी आपातकालीन स्थिति को छोड़कर अवकाश स्वीकृत न किया जाए।

22 जुलाई से प्रारंभ हो गई थी कांवड़ यात्रा
बता दें कि श्रावण मास के प्रारंभ के साथ ही 22 जुलाई को कांवड़ यात्रा भी शुरू हो गई। सावन के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए कांवड़ लेकर विभिन्न स्थानों से यात्रा करते हैं। इसके लिए श्रद्धालुओं के लिए कड़ी सुरक्षा और सुगम दर्शन सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। कांवड़ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ‘खोया-पाया केंद्र’ बनाया गया है, जहां बहुभाषी कर्मचारी तैनात रहेंगे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा कर्मियों को तैनात किया गया है।