उत्तर प्रदेश में घूमने व धार्मिक स्थलों में दर्शन-पूजन के लिए आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं को राष्ट्रीय व राज्य राजमार्ग के किनारे स्थित ढाबों में बेहतर सुविधाएं व व्यवस्थाएं मिलेंगी। वहीं यहां के कर्मचारी भी उनका भारतीय तौर-तरीकों से आतिथ्य सत्कार करते नजर आएंगे। इसके लिए पर्यटन विभाग 1001 ढाबों को इस दृष्टि से विकसित कराएगा।
विभाग ने राजमार्ग व अन्य प्रमुख मार्गों के किनारे स्थित ऐसे 1001 ढाबों की सूची बनाई है। यहां बेहतर मूलभूत सुविधाएं विकसित की जाएंगी। खास यह कि इन सुविधाओं के विकास के लिए विभाग 25 से 30 फीसदी सब्सिडी देगा। इसके साथ ही ढाबों का बड़ी कंपनियों के साथ समझौता भी कराया जाएगा ताकि पर्यटकों को इन कंपनियों के उत्पाद भी ढाबों पर आसानी से मिल सकें। ढाबों पर काम करने वाले कर्मचारियों को आतिथ्य सत्कार के लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश में 2023 में 48 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने भ्रमण किया। प्रतिदिन देश-दुनिया से लाखों लोग अयोध्या, काशी, मथुरा, बौद्ध स्थल आदि स्थानों पर पहुंच रहे हैं। विभाग का प्रयास है कि पर्यटकों को गंतव्य स्थल तक पहुंचने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। पर्यटकों को आराम करने के साथ-साथ खाने-पीने आदि सुविधाएं गुणवत्तापूर्ण उपलब्ध हों। विभाग की सूची में शामिल होने के लिए ढाबा प्रतिनिधि uptourismportal.in पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
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