यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा और आरओ/एआरओ परीक्षा का पेपर लीक करने वाले मुख्य आरोपियों राजीव नयन मिश्रा और सुभाष प्रकाश की 1.02 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को जब्त कर लिया। ईडी, लखनऊ जोनल कार्यालय ने राजीव नयन द्वारा भोपाल (मध्य प्रदेश) में एक घर को खरीदने के बदले दिए गए 39.36 लाख रुपये अग्रिम की धनराशि, ग्रेटर नोएडा में 30 लाख रुपये कीमत का फ्लैट, दादरी में 10.50 लाख रुपये का आवासीय भूखंड जब्त किया है। इसके अलावा दोनों के बैंक खाते में जमा 7.06 लाख और 15.34 लाख रुपये कीमत की 2 कारें भी शामिल हैं।
बता दें कि ईडी ने दोनों परीक्षाओं का पेपर लीक होने के बाद यूपी पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमों के आधार पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज करते हुए जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि राजीव नयन मिश्रा, सुभाष प्रकाश और रवि अत्री ने अपने सहयोगियों की मदद से दोनों भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक किए। उन्होंने निर्धारित तिथि से पहले परीक्षा के इच्छुक उम्मीदवारों को लीक हुए प्रश्न पत्र उपलब्ध कराकर अपराध से आय अर्जित की। अभ्यर्थियों को हरियाणा के मानेसर और मध्य प्रदेश के रीवा और भोपाल के रिसॉर्ट्स में इकट्ठा किया गया और उनको पेपर पढ़वाया गया। परीक्षा की अधिसूचना जारी होने के बाद आरोपियों के बैंक खातों में महत्वपूर्ण क्रेडिट और नकद जमा देखे गए।
कॉलेज एक साल की फीस देते थे कमीशन
जांच में पता चला कि राजीव नयन मिश्रा और सुभाष प्रकाश भोपाल और नोएडा के निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में अपने परिचितों का प्रवेश कराते थे। जिसके बदले में कॉलेज उनको एक साल की फीस बतौर कमीशन देते थे। इसके बाद राजीव नयन ने मेसर्स सेमवॉल्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खोल ली और तमाम परीक्षाओं के पेपर लीक कराने लगा। इससे होने वाली काली कमाई को वह कंपनी के खाते में जमा कराने लगा। बता दें कि राजीव नयन मिश्रा का नाम यूपी और मध्य प्रदेश में हुई कई प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक कराने में आ चुका है। उसकी अन्य संपत्तियों के बारे में ईडी गहनता से जांच कर रही है।
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