उत्तर प्रदेश के आगरा स्थित एसएन मेडिकल कॉलेज का मिनी एम्स के लिए अंतिम खाका तैयार हो गया है। इंटीग्रेटेड योजना के तहत 12 ब्लॉक बनाए गए हैं। इसमें करीब 1000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसमें दो से तीन साल का वक्त लगेगा। इससे मरीजों को कैंसर, किडनी, हृदय, लिवर समेत अन्य गंभीर रोगों का उपचार और ऑपरेशन की सुविधा यहीं मिलेगी।
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि एसएन और लेडी लॉयल परिसर को मिलाकर करीब 50 एकड़ जमीन में अस्पताल परिसर होगा। इसमें 12 ब्लॉक बनेंगे, जिसमें शिक्षा, चिकित्सा, ऑपरेशन और विभागीय कार्य होंगे।
इसमें एकेडमिक ब्लॉक, हॉस्पिटल ब्लॉक, इमरजेंसी एंड ट्रॉमा सेंटर, ओपीडी, कैंसर ब्लॉक, टीबी एंड चेस्ट ब्लॉक, एमसीएच ब्लॉक, मोर्चुरी, हॉस्टल, पीडियाट्रिक समेत 12 ब्लॉक बनेंगे। पहले ब्लॉक में ट्रामा सेंटर, टीबी एंड चेस्ट ब्लॉक, हॉस्टल और कैंसर ब्लॉक बनेगा। इसकी लागत करीब 500 करोड़ रुपये है।
बाकी के दूसरे चरण में बनेगा। लेडी लॉयल को यहां से शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए एसएन की तोता के ताल स्थित 5 एकड़ जमीन प्रस्तावित है। इंटीग्रेटेड प्लान पूरा होने पर एसएन में एम्स सरीखी चिकित्सकीय सुविधाएं मिलने लगेंगी। मरीजों को गंभीर रोगों के लिए दूसरे शहरों में नहीं जाना पड़ेगा।
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