बिहार में देश का सबसे लंबा पुल लगभग बनकर तैयार है। देश में अभी असम का भूपेन हजारिका सेतु (ढोला‑सदिया सेतु) भारत का सबसे बड़ा सड़क पुल है, जिसकी लंबाई 9.15 किमी से अधिक है और यह ब्रह्मपुत्र नदी पर स्थित है। बिहार के कोसी नदी पर निर्मित यह नया पुल 10 किमी से अधिक लंबा है। इसके चालू होने से मधुबनी और सुपौल के बीच की दूरी लगभग 30 किमी कम हो जाएगी। इस पुल का निर्माण नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है,जिसका उद्देश्य नदी‑भौगोलिक और बाढ़‑संबंधी चुनौतियों के कारण लंबे समय से कटे हुए क्षेत्रों की आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। इस बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को उत्तरी बिहार में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
कोसी नदी पर बन रहा देश का सबसे लंबा पुल
कोसी नदी पर बन रहा 10.2 किमी लंबा महासेतु का निर्माण तेज़ी से चल रहा है। इस पर लगभग ₹1,200 करोड़ खर्च होने की संभावना है, जिसमें 171 पिलर और 170 स्पैन हैं। मधुबनी पक्ष से 76 स्पैन और सुपौल पक्ष से 56 स्पैन पूर्ण हो चुके हैं। 2024 में ही इसको पूरा करना था, लेकिन, इसके पूरा होने में अभी कम से कम 12‑18 माह और लगेंगे।
सुपौल‑मधुबनी की दूरी 30 km घट जाएगी
इस पुल के बनने के बाद सुपौल‑मधुबनी की दूरी 30 km घट जाएगी; अभी 100 km की यात्रा को 70 km तक कम किया जा सकेगा। कोसी नदी पर बन रहा यह पुल सुपौल जिले के बकौर से मधुबनी जिले के भेजा के बीच स्थित है और नदी के दोनों तटबंधों (पूर्वी और पश्चिमी) को सीधे जोड़ता है। इसलिए यह पुल देश का सबसे लंबा पुल बन जाएगा।
पुल के बनने से ये होगा लाभ
यह पुल सामरिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके बनने से नेपाल, बांग्लादेश और भूटान के साथ उत्तर‑पूर्वी राज्यों का जुड़ाव भी आसान हो जाएगा। इस पुल का निर्माण गैमन इंडिया और ट्रांस रेल लाइटिंग प्रा. लि. द्वारा किया जा रहा है। यह भारतमाला प्रोजेक्ट के पाँच पैकेजों में से एक है।
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