अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड वार के बावजूद वैश्विक अर्थव्यवस्था ने आश्चर्यजनक रूप से मजबूती दिखाई है। आर्गेनाइजेशन फार इकोनमिक कोआपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) ने मंगलवार को कहा कि इस वर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था 3.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। हालांकि, यह 2024 की 3.3 प्रतिशत से थोड़ी कम है लेकिन जून में जताए गए 2.9 प्रतिशत वृद्धि के पूर्वानुमान से बेहतर है। संगठन ने अगले वर्ष यानी 2026 में वैश्विक आर्थिकी में 2.9 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद जताई है।
OECD ने अमेरिका के विकास दर का पूर्वानुमान भी बताया
ओईसीडी ने 2025 में अमेरिका की विकास दर के पूर्वानुमान को बढ़ाकर दो प्रतिशत कर दिया है। जून में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 1.6 प्रतिशत की वृद्धि रहने का अनुमान जताया गया था। इस सुधार के बावजूद अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2024 की 2.8 प्रतिशत वृद्धि दर की तुलना में इस वर्ष काफी धीमी गति से बढ़ेगी।
संगठन के कहना है कि जनवरी में राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने अमेरिका की व्यापार नीति में बदलाव किया है और आयात पर कर लगाकर संरक्षणवादी बनने का प्रयास किया है। व्यापार बाधाओं की व्यापक रूप से उम्मीद की जा रही थी कि वे वृद्धि को धीमा कर देंगी और लागत को बढ़ा देंगी। व्यापार बाधाओं के चलते विकास दर धीमी होने और लागत बढ़ने की उम्मीद थी। लेकिन उन्होंने उस दर से कम टैरिफ लगाए, जिनकी उन्होंने शुरुआत में धमकी दी थी।
एआई में निवेश बड़े निवेश से अमेरिका की आर्थिकी को मिल रहा बढ़ावा
कई कंपनियों ने ज्यादा टैक्स से बचने के लिए नई दरें लागू होने से पहली ही विदेशी सामान को अमेरिका में आयात कर लिया। साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) में बड़े निवेश से अमेरिका और दुनिया की आर्थिकी को बढ़ावा मिल रहा है।
ओईसीडी के महासचिव मैथियस कार्मन का कहना है कि उच्च व्यापार बाधाओं और महत्वपूर्ण नीतिगत अनिश्चितता के बावजूद इस वर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था ने मजबूती दिखाई है। उच्च टैरिफ धीरे-धीरे उच्च कीमतों में तब्दील होंगे, जिससे घरेलू उपभोग और व्यावसायिक निवेश में वृद्धि कम होगी। ओईसीडी ने इस वर्ष चीन और भारत की विकास दर क्रमश: पांच व 6.7 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई है।
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