उत्तराखंड में कल अचानक मौसम बदला और शीत दिवस जैसी स्थिति हो गई। दिनभर चली सर्द हवाओं ने ठंउ मं इजाफा कर दिया है। आज भी कई जगहों पर सुबह कोहरा छाया रहा।
मैदानी इलाकों में शनिवार को हुई कड़ाके की ठंड के बाद से हर किसी के मन में यह सवाल था कि आखिर अचानक बिना बारिश के इतनी ठंड कैसे हुई। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से होते हुए पश्चिमी विक्षोभ की सर्द हवाएं उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में पहुंची। जिसके चलते कोहरे मात्र से शीत दिवस जैसी स्थिति बन गई।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सीएस तोमर ने बताया, अभी तक कोहरा हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिले के ही कुछ हिस्सों में देखने को मिल रहा था। लेकिन शनिवार को पश्चिमी विक्षोभ के साथ आई हवाओं में नमी देखने को मिली। इसके चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई। यह हवाएं बारिश और बर्फबारी के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाती हैं और तापमान में तेजी से गिरावट आती है।
यही वजह है कि 21 दिसंबर को प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश की संभावना है। बारिश और बर्फबारी न होने की वजह पर उन्होंने बताया, जलवायु परिवर्तन और मौसम के बदले पैटर्न के चलते बारिश की बेरुखी देखने को मिल रही है और बर्फबारी के लिए बारिश का होना बहुत जरूरी है। हालांकि 27 दिसंबर के बाद उत्तराखंड में बारिश के आसार हैं।
आज भी शीत दिवस जैसी रहेगी स्थिति
मैदानी इलाकों में रविवार को भी कोहरा छाए रहने से शीत दिवस जैसी स्थिति रहेगी। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार देहरादून समेत हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, चम्पावत, पौड़ी जिले में घना कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट जारी किया गया। जिसके चलते इन जिलों के कुछ हिस्सों में शीत दिवस जैसी स्थिति रहेगी।
इसके अलावा उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है और 35 से मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के भी आसार हैं। 22 दिसंबर तक प्रदेश में मौसम का यह हाल रहेगा। जबकि 23 से 26 दिसंबर तक प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहेगा।
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