महाराष्ट्र के कई जिलों में आज से रविवार तक भारी बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग ने बताया कि रायगड, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जैसे कुछ तटीय जिलों में शुक्रवार से रविवार तक भारी से बेहद भारी बारिश होने की संभावना है.मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि मध्य महाराष्ट्र में शुक्रवार तक हल्की बारिश होगी, हालांकि पुणे और सतारा जैसे जिलों में सप्ताहांत में इसके जोर पकड़ने की संभावना है. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, मराठवाड़ा तथा विदर्भ के कुछ हिस्सों में रविवार तक बारिश जारी रहेगी. इसके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, माहे, लक्ष्यद्वीप, पुडुचेरी और तेलंगाना में आज तेज बारिश होने की संभावना है. इसके साथ ही आंध्र प्रदेश में भी अच्छी बारिश हो सकती है
दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार सुबह आंशिक बादल छाए हुए हैं. हालांकि आज बारिश की उम्मीद बहुत कम है. मौसम विभाग ने 10 और 11 सितंबर को बारिश की संभावना जताई है. 12 सितंबर को बारिश नहीं होगी. जबकि 13 और 14 सितंबर को एक बार फिर से बारिश हो सकती है
NDRF को अलर्ट रहने का निर्देश
महाराष्ट्र के अगले चार दिनों तक भारी बारिश की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अधिकारियों और एनडीआरएफ को अलर्ट रहने को कहा है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि कोंकण, पश्चिमी महाराष्ट्र, उत्तरी महाराष्ट्र और विदर्भ के कुछ जिलों के अधिकारियों को पूरी तरह तैयार रहने को कहा है. एनडीआरएफ को दक्षिण के राज्यों के साथ समन्वय करने के लिए कहा गया है, जिनकी सीमा महाराष्ट्र से लगती है क्योंकि वहां भी पिछले 48 घंटे में भारी बारिश हुई है
झारखंड में 11 सितंबर से भारी बारिश का अनुमान
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव क्षेत्र के कारण झारखंड में 11 सितंबर से एक बार फिर भारी बारिश हो सकती है. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया, ‘‘पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का एक क्षेत्र बना है. अगले 48 घंटों के दौरान इसके और अधिक प्रबल होने का अनुमान है.’’ उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में 11 और 12 सितंबर को हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने का अनुमान है. उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिणपूर्वी, उत्तरी और मध्य झारखंड में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है. इसका बड़ा असर पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों में होगा.
आंध्र प्रदेश में कृष्णा-पेन्ना नदियां उफान पर, बाढ़ का खतरा
कर्नाटक में पिछले कुछ दिनों से जारी बारिश के कारण आंध्र प्रदेश की प्रमुख नदियां उफान पर हैं, जिससे कृष्णा और पेन्ना नदी की घाटियों में बाढ़ का नया खतरा उत्पन्न हो गया है. दो प्रमुख जलाशयों -श्रीशैलम और नागार्जुन सागर से कृष्णा नदी में 3.67 लाख क्यूसेक (प्रति सेकंड घन फुट जल प्रवाह) पानी छोड़ा जा रहा है. डॉ. के एल राव सागर पुलीचिंतला परियोजना से नीचे की ओर 3.74 लाख क्यूसेक बाढ़ का पानी छोड़ा जा रहा था जबकि प्रकाशम बैराज से वर्तमान जल निकासी 1.93 लाख क्यूसेक थी. नदी संरक्षक ने कहा कि अतिरिक्त पानी के कारण डॉ. के एल राव सागर से जल निकासी चार लाख क्यूसेक तक बढ़ सकती है. एनटीआर, कृष्णा और गुंटूर जिलों के अधिकारियों को एहतियाती कदम उठाने के लिए चौकस रहने को कहा गया है