उत्तराखंड में एक हजार गांव सोलर विलेज के रूप में विकसित किए जाएंगे। नई सोलर पॉलिसी के तहत पुष्कर सिंह धामी सरकार यह योजना बना रही है। राज्य में साउथ फेसिंग गांवों में सोलर प्लांट लगाकर बंजर पड़ी जमीनों का उपयोग ग्रीन एनर्जी के लिए किया जाएगा। दरअसल भाजपा की पिछली सरकार के दौरान लाई गई सोलर पॉलिसी से पर्वतीय जिलों में काफी संख्या में सोलर प्लांट लगे हैं।

इससे लोगों को रोजगार मिलने, ग्रीन एनर्जी उत्पादन के साथ ही बंजर जमीनों का उपयोग भी हुआ है। ऐसे में सरकार अब पहाड़ों में सोलर उत्पादन की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ने जा रही है। इसके तहत पर्वतीय क्षेत्रों में अच्छी धूप वाले स्थानों की पहचान कर वहां पर इस क्षेत्र में निवेश की योजना है। राज्य सरकार का प्रयास है कि अधिक से अधिक संख्या में स्थानीय युवा अपनी जमीनों पर सोलर प्लांट लगाएं और अपनी आर्थिकी को मजबूत करें। नई पॉलिसी में की जा रही व्यवस्था मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में नई सोलर पॉलिसी लाने का ऐलान किया था। इसके तहत इन दिनों ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। एक-दो दौर की बैठकें हो चुकी हैं और उरेडा की वेबसाइट पर भी आमजन से नई योजना को लेकर सुझाव मांगे गए हैं। राज्यभर से लोग इस योजना में खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। ऐसे में अब जल्द ही नई पॉलिसी का ड्राफ्ट फाइनल कर इसे कैबिनेट में लाया जा सकता है।
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