फर्क इंडिया
डेस्क. देश की राजधानी दिल्ली में भारी बारिश और बाढ़ के बाद डेंगू के मरीजों की संख्या में तेजी के संकेत मिले हैं। पहले की तुलना में इस बार डेंगू के ज्यादा मामले आने के बाद दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य विभाग सहित सभी संबंधित एजेंसियों को अलर्ट मोड में रहने और सभी जरूरी कदम उठाने को कहा है। हाल ही में दिल्ली सरकार ने डेंगू जीनोम की पहचान के लिए 20 डेंगू के नमूने भेजे थे। इनमें से 19 मामलों में सबसे ज्यादा का खतरनाक DENV-2 स्ट्रेन मिले थे। डेंगू के इस स्ट्रेन ने स्वास्थ्य अधिकारियों और लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

दिल्ली नगर निगम द्वारा सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले सप्ताह यानी पांच अगस्त तक दिल्ली में डेंगू के 105 मामले सामने आये हैं, जो विगत सप्ताह से 56 मामलों से लगभग दोगुना अधिक हैं। इससे पहले जुलाई में 121, जून में 40 और मई में डेंगू के 23 मामले सामने आये थे। 1 जनवरी से 5 अगस्त 2023 के दौरान दिल्ली में डेंगू के मामलों की संख्या 348 हो गई है। इससे पहले यानी साल 2022 में इसी अवधि के दौरान डेंगू के 75, 2021 में 72 और 2020 में 47 मामले सामने आए थे। बीते सप्ताह दिल्ली में मलेरिया के भी 13 मामले सामने आये हैं। इस साल अभी तक चिकनगुनिया के भी 15 मामले सामने आ चुके हैं।
डेंगू के खतरनाक संकेतों से निपटने के लिए विभागीय एजेंसिंयों और लोगों से कहा गया है कि वो अपने घर या बाहर पानी न जमने दें. सर्वेक्षण के दौरान डेंगू के नमूने मिलने पर संबंधित घरों के मालिकों को 1,000 और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों को 5,000 रुपये के चालान भुगतान करना पड़ेगा. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य विभाग को डेंगू रोगियों के लिए बेड रिजर्व रखने और अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
इसके अलावा आप सरकार ने डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पतालों को मच्छर के लार्वा प्रजनन के लिहाज से शून्य सहिष्णुता क्षेत्र घोषित किया है। सभी सरकारी विभागों से कहा गया है कि वो इस बात का ख्याल रखें कि कार्यालय परिसर में मच्छर के लार्वा न पनपने पाएं. मोहल्ला क्लीनिक और डिस्पेंसरी में मुफ्त डेंगू परीक्षण उपलब्ध कराया गया है। दिल्ली के लोग इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं। डेंगू के मामले सामने आने पर लोग इसकी सूचना 1031 हेल्पलाइन पर दे सकते हैं। इसके अलावा, शिक्षा निदेशकों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि छात्र स्कूल फुल बाजू वाले शर्ट और फुल पैंट में ही आएं।
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