अक्टूबर को सुबह 10 बजे सभी नागरिकों द्वारा सामूहिक रूप से स्वच्छता के लिए 1 घंटे के श्रमदान की अपील की, जो गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर ही बापू को ‘स्वच्छांजलि’ होगी.
स्वच्छता ही सेवा अभियान पर अपने विचार रखते हुए पीएम मोदी ने कहा, “1 अक्टूबर यानी रविवार को सुबह 10 बजे स्वच्छता पर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है. आप भी समय निकालकर स्वच्छता से जुड़े इस अभियान में सहयोग करें. आप भी अपनी गली, आस-पड़ोस… किसी पार्क, नदी, झील या किसी अन्य सार्वजनिक स्थान पर इस स्वच्छता अभियान में शामिल हो सकते हैं.”

पीएम मोदी के स्वच्छता का संदेश का सभी ने किया स्वागत
9 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छता के लिए एक स्पष्ट संदेश दिया था. उनके द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान ने देश में जागरूकता बढ़ाई. सभी क्षेत्रों से आने वाले नागरिकों ने इसका स्वागत किया है. देश की जनता ने सक्रियता दिखाते हुए स्वच्छ भारत के लिए उत्साह दिखाया. अब स्वच्छता एक राष्ट्रीय स्वभाव परिवर्तन बन गया और हर किसी की जुबान पर स्वच्छ भारत मिशन एक घरेलू नाम की तरह बन गया.
अब कचरा मुक्त भारत का समय
अपने आस-पड़ोस से लेकर रेलवे ट्रैक तक, धार्मिक स्थानों से लेकर राजमार्गों तक, सार्वजनिक स्थानों से लेकर घरों तक, अब कचरा मुक्त भारत का समय है. हर स्थानीय शहरी निकाय और ग्राम पंचायत सफाई अभियान के लिए जगह का चयन करेगी. ये सभी स्थल एक मानचित्र पर उपलब्ध होंगे जिन्हें सभी नागरिक स्वच्छता ही सेवा- सिटिजन पोर्टल पर उपलब्ध विकल्पों के माध्यम से देख और चुन पाएंगे.
स्वच्छता पखवाड़े में कई आयोजन हुए, सेवा अभियान से जुड़े करोड़ों लोग
स्वच्छ भारत मिशन के 9 साल के उपलक्ष्य में 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा- स्वच्छता ही सेवा 2023 का आयोजन किया जा रहा है. इस पखवाड़े में पुरानी इमारतों की मरम्मत से ले कर जल-निकायों की सफाई, घाटों की सफाई से ले कर दीवारों को रंगने, नुक्कड़ नाटकों से ले कर रंगोली प्रतियोगिताओं जैसे सभी काम हो रहे हैं. पखवाड़े के उद्घाटन से ले कर अब तक स्वच्छता ही सेवा अभियान से 5 करोड़ से भी अधिक नागरिक जुड़ चुके हैं.
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