मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किये जाने वालों में पैराशूट रेजिमेंट की नौवीं बटालियन (विशेष बल) के हवलदार अब्दुल माजिद, पंजाब रेजिमेंट (आर्मी मेडिकल कोर) की 26वीं बटालियन के कैप्टन अंशुमान सिंह, राष्ट्रीय राइफल्स की 55वीं बटालियन के सिपाही पवन कुमार शामिल हैं।
हवलदार अब्दुल माजिद पिछले साल 22 नवंबर को राजौरी सेक्टर के जंगली इलाकों में सर्च आपरेशन में तैनात थे। इस दौरान उनका सामना आतंकियों से हुआ। उन्होंने सबसे पहले 63 राष्ट्रीय राइफल्स के घायल कैप्टन एमवी प्रांजल को बाहर निकालने में मदद की। इसके बाद उन्होंने गुफा के पास पोजीशन ले ली, जहां आतंकी छिपे थे।
आतंकियों की गोलीबारी में घायल होने के बावजूद उन्होंने छिपे हुए आतंकी को बाहर लाने के लिए ग्रेनेड फेंका। अपनी टीम के लिए खतरे को भांपते हुए वह आतंकी की ओर बढ़े और उसे मार डाला। लेकिन आतंकी से बहादुरी से लड़ते हुए घायल होने के कारण वह वीरगति को प्राप्त हुए। उन्हें मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है।
कैप्टन अंशुमान सिंह सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में चिकित्सा अधिकारी के रूप में तैनात थे। 19 जुलाई, 2023 को जब उन्होंने देखा कि एक झोपड़ी में आग लगी थी तो उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए चार- पांच लोगों को बचाया। इस दौरान वो बलिदान हो गए। उन्हें मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जाएगा।
हवलदार पवन कुमार 27 फरवरी, 2023 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक अभियान में शामिल थे। इस दौरान उन्होंने एक आतंकी को मार गिराया और एक अन्य आतंकी को घायल कर दिया। उन्हें असाधारण वीरता के लिए मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है।
बलिदानी कैप्टन एमवी प्रांजल को मरणोपरांत शौर्य चक्र
63 राष्ट्रीय राइफल्स सिग्नल कोर के कैप्टन एमवी प्रांजल निगरानी टीम का नेतृत्व कर रहे थे, जब राजौरी जिले में उनका सामना दो आतंकियों से हुआ। आतंकियों की गोलीबारी के बीच उन्होंने वहां मौजूद महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। उन्होंने आतंकियों से मुकाबला किया। घायल होने के कारण उन्होंने वीरगति प्राप्त की। उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को परम विशिष्ट सेवा पदक
सेना के उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, मध्य कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि और दक्षिणी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह को परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। वायु सेना के रखरखाव कमान के प्रमुख एयर मार्शल विभास पांडे को परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। भारतीय नौसेना के उपप्रमुख और वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी को परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है। भारतीय तटरक्षक बल के मुख्य महानिदेशक राकेश पाल को अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।
पैर गंवाने वाले सीआरपीएफ अधिकारी को शौर्य चक्र
पीटीआई के अनुसार बिहार के जंगलों में 2022 में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अपने पैर गंवाने वाले सीआरपीएफ अधिकारी बिभोर कुमार सिंह को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। 205वीं कोबरा बटालियन के सहायक कमांडेंट बिभोर मई 2017 में सीआरपीएफ में शामिल हुए थे। 25 फरवरी, 2022 को बिहार के औरंगाबाद जिले में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वह गया और औरंगाबाद के चक्रबंध वन क्षेत्र में गए गश्ती दल में शामिल थे।
उन्हें लगभग सात घंटे के बाद गया जिला मुख्यालय ले जाया गया और बाद में उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में दिल्ली भेज दिया गया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को 65 पुलिस वीरता पदक से भी सम्मानित किया गया।
इनमें से 60 जम्मू-कश्मीर में किए गए 14 आपरेशनों में वीरता के लिए दिए गए, जबकि छह वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में तीन आपरेशनों में वीरता करने के लिए योद्धाओं को दिए गए। चार वीर कर्मियों को मरणोपरांत वीरता पदक मिलेगा। सीआरपीएफ को विशिष्ट सेवा के लिए पांच राष्ट्रपति पदक और सराहनीय सेवा के लिए 57 पदक से भी सम्मानित करने की घोषणा की गई है।
Fark India | National Hindi Magazine Hindi Magazine and Information Portal