श्रीनगर की आवासीय बस्तियों में गुलदार घूमते नजर आए। कई स्थानों पर गुलदार सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। गुलदार के बढ़ते मूवमेंट से लोगों में दहशत का महौल। कुछ दिन पूर्व बजीरों के बाग में एक साथ तीन गुलदार दिखाई दिए।
इसके बाद फिर अलनंदा कालोनी में सीसीटीवी कैमरे में गुलदार का मूवमेंट कैद हुआस जिससे यहां लोगों में दहशत बनी हुई है। रुद्रप्रयाग के खलिया गांव में दो दिन पहले ही एक गुलदार ने पांच वर्षीय बच्चे पर हमला कर दिया। बच्चे के सिर, पैर और हाथ पर गहरे जख्म आए। हालांकि बच्चे की हालत खतरे से बाहर है।
दूसरी तरफ कल पौड़ी जिले के विकासखंड खिर्सू के ग्राम पंचायत ग्वाड़ में एक 11 साल के बच्चे को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया। गोशाला के समीप कुछ बच्चे कंचे खेल रहे थे। इसी दौरान एक गोली कुछ दूर चली गई।
वर्ष 2000 से अब तक गुलदार के हमले में 514 लोगों की जान गई
प्रदेश में मानव-वन्यजीव संघर्ष में पिछले वर्ष 2023 तक 40 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें से 13 लोगों की जान गुलदार ने ली है। मानव और वन्यजीवों के बीच बढ़ते टकराव की वजह से दोनों का ही नुकसान हो रहा है। इस दौरान 82 गुलदार भी मारे गए हैं। वन महकमा और विशेषज्ञ इस बात को लेकर चिंतित हैं। वर्ष 2000 से अब तक गुलदार के हमले में 514 लोगों की जान गई है, जबकि 1868 लोग घायल हुए हैं। वहीं, वर्ष 2000 से अब तक 1741 गुलदारों की मौत रिकॉर्ड में दर्ज है।
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