एसएन मेडिकल कॉलेज के मिनी एम्स बनने की राह और आसान हो गई है। इसके लिए मशीन-उपरकण की खरीद, निर्माण कार्य और संचालन के लिए 233.50 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है। इससे एसएन और लेडी लायल के इंटीग्रेटेड प्लान तेजी से पूरा होगा। मरीजों के लिए बड़ी सुविधा मिलेगी।
एसएन और लेडी लायल के इंटीग्रेटेड प्लान को बीते साल मंजूरी मिल गई थी। इसमें लेडी लायल के 20 एकड़ जमीन को मिलाकर कुल परिसर 45 एकड़ का हो जाएगा। प्रदेश सरकार के बजट में 50 करोड़ रुपये निर्माण कार्य के लिए मिले हैं। इससे सर्जरी, मेडिसिन एलाइड और एकेडमिक ब्लॉक बनेगा। 5 करोड़ रुपये आधुनिक मशीन और उपकरण की खरीद के लिए हैं। 178 करोड़ रुपये कॉलेज के संचालन के लिए तय किए हैं।
50 लाख रुपये में नशा विमुक्ति केंद्र पर होंगे खर्च
एसएन के मानसिक रोग विभाग में चल रहे नशा मुक्ति केंद्र के लिए 50 लाख रुपये का अतिरिक्त बजट तय किया है। इसमें नशाखोरी की लत वाले मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसमें उनके लिए बेहतर वार्ड, मशीनें और काउंसिलिंग सेंटर की दशा सुधारी जाएगी।
निर्माण कार्य में तेजी आएगी
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि इंटीग्रेटेड प्लान के तहत बजट मिलने से संचालित कार्याें में तेजी आएगी। आसपास के जिलों के मरीजों को भी दिल्ली इलाज को नहीं जाना पड़ेगा।
सीएचसी के लिए भी मिलता
आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जेएन टंडन ने बताया कि शासन को कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए अलग से बजट जारी करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों के लिए सीएचसी में चिकित्सीय सुविधाओं के लिए भी बजट जारी करना चाहिए।
होम्योपैथिक कॉलेज से राहत
होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस सोसाइटी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कैलाश चंद सारस्वत ने बताया कि आयुष, होम्योपैथिक चिकित्सालय बढ़ाने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। अयोध्या और वाराणसी में राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज खोलने से छात्रों को बड़ी सुविधा मिलेगी।