बिहार में मौसम ने एक बार फिर रुख बदला है। ठंड ने जाते-जाते वापसी कर ली है। मंगलवार को भी कई जिलों में बारिश हुई और बुधवार की सुबह भी कुछ इसी तरह हुई। मौसम विभाग ने 15 फरवरी तक बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। राजधानी पटना के साथ-साथ पूरे बिहार में 13 फरवरी से बारिश और पछुआ हवा से एक बार फिर ठंड ने चोट की है। यह असर दो दिनों तक रहने को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। कुछ दिनों की कड़ाके की धूप के बाद अब एक बार फिर से सूर्य बादलों की ओट में जा छिपा है।
पूर्वानुमान को ठीक से समझें
पूरे बिहार में मौसम की करवट के साथ झमाझम बारिश से लोगों को फिर से एक बार ठंड का एहसास करा दिया है। मौसम विभाग ने दक्षिण बिहार के कुछ स्थानों में मेघगर्जन के साथ वज्रपात होने की आशंका जताई है। राजधानी पटना के अलावा कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और गया जिले के कुछ स्थानों में मेघगर्जन के साथ ओलावृष्टि का पूर्वानुमान भी है। मौसम विभाग ने बारिश, ओलावृष्टि, मेघगर्जन और वज्रपात की आशंका को देखते हुए किसानों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।मंगलवार को प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम एवं दक्षिण-मध्य भागों के एक-दो स्थानों पर मेघगर्जन, वज्रपात और ओलावृष्टि के साथ बारिश होने को लेकर ऑरेंज और उत्तर-पश्चिम एवं दक्षिण-पूर्व भागों के एक-दो स्थानों में मेघगर्जन व वज्रपात के साथ बारिश होने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। 15 से 20 मिलीमीटर तक बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार पूर्वा एवं पछुआ के मिश्रण होने एवं आद्रता में वृद्धि के कारण दक्षिण बिहार में 15 से 50 एमएम तक बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों का सुरक्षित भंडारण कर लें।
मौसम कैसा रहा, क्या है इसकी वजह
24 घंटे के दौरान विभिन्न वेधशालाओं से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार दक्षिण बिहार में कुछ जगहों पर में गर्जन के साथ हल्की बरसात दर्ज की गई है। इसमें डेहरी 1.6, औरंगाबाद 3.1 एवं कैमूर 2.5 प्रमुख हैं। न्यूनतम तापमान सामान्य के मुकाबले दो से तीन डिग्री अधिक दर्ज हुई है। वायुमंडल के निचले स्तर पर बंगाल की खाड़ी पर बना प्रति चक्रवात एवं गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के ट्राई जंक्शन पर एक चक्रवर्ती संचरन बना हुआ था। इन दोनों के संयुक्त प्रभाव से दो विपरीत वायु का प्रवाह धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ रहा था। इसी गतिविधि के प्रभाव से 15 फरवरी तक बिहार के कुछ भागों में तेज सतही हवाओं के साथ मध्य गरज के साथ रुक-रुक कर हल्की वर्षा का पूर्वानुमान है। इसके साथ ही 17 फरवरी को एक नया पश्चिम विक्षोभ के पश्चिम हिमालय के क्षेत्र पर आने का पूर्वानुमान है। इस स्थिति में न्यूनतम तापमान 17 तारीख तक अपने सामान्य से अलग रहेगा।
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