बिहार में मौसम में बदलाव और गर्मी बढ़ने के साथ ही एक बार फिर से चमकी बुखार (AES) के मामले बढ़ने लगे हैं। बीते तीन दिनों में दो केस की पुष्टि हुई, जिसके बाद SKMCH के PICU वार्ड में इस वर्ष AES की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। हालांकि राहत वाली बात यह है कि सभी बच्चे अपना इलाज कराकर घर लौट चुके हैं।
मुजफ्फरपुर में तेज धूप और गर्मी से चमकी बुखार के फिर से मामले बढ़ने लगे हैं। SKMCH मेडिकल कॉलेज के PICU वार्ड में भर्ती एक बच्चे में AES की पुष्टि हुई है। इस दौरान तेज बुखार को लेकर आधा दर्जन बच्चे इलाज के लिए भर्ती हुए हैं। वहीं, अब तक पीआईसीयू SKMCH में 15 बच्चे AES से प्रभावित हुए हैं। इनमें नौ बच्चे मुजफ्फरपुर जिले के जबकि अन्य छह बच्चे अन्य जिलों के है, जो सीतामढ़ी, शिवहर और वैशाली जिले के रहने वाले हैं।
नोडल अधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड के एक चार वर्ष के बच्चे में AES की पुष्टि के बाद जिले में कुल मरीजों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। अब तक कुल 15 बच्चों में AES की पुष्टि हुई है, जिनमें कि छह बच्चे अन्य जिलों के शामिल हैं। सभी को ठीक होने के बाद घर भेज दिया गया है। जिले में गर्मी बढ़ने के साथ ही चमकी बुखार बढ़ने के कारण स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर से अलर्ट मोड पर आ गया है।
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी और AES के नोडल अधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि कटरा प्रखंड के एक चार साल के बच्चे में चमकी बुखार AES की पुष्टि जांच में की गई है। तेज बुखार की वजह से इसको भर्ती कराया गया था। हाइपोग्लाईसेमिया की जांच रिपोर्ट आई है। बच्चा ठीक होकर घर लौट चुका है। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसको लेकर लगातार निगरानी की जा रही है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में एएनएम, आशा और आंगनवाड़ी केंद्र की सहायिका और सेविका के माध्यम से जन जागरूकता का अभियान चलाया जा रहा है। हम AES को लेकर पूरी तरह से अलर्ट पर हैं।
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