लखनऊ।। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दलित महापुरूषों का ही नहीं वरन पिछड़े वर्ग के नायकों का भी अपमान किया है। पता नहीं क्यों समाजवादी पार्टी और उनके नेताओं को दलित और पिछड़ा वर्ग के महापुरूषों से इतनी चिढ़ क्यो है। सदस्य विधान परिषद एवं पूर्व चेयरमैन उ0प्र0 अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, डा0 लालजी प्रसाद निर्मल ने आज वी0वी0आई0पी0 राज्य अतिथि गृह में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उक्त बातें कहीं। डा0 निर्मल ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि दलितों, वंचितों एवं महिलाओं के शिक्षा के प्रबल पक्षधर ज्योतिबा फूले जो पिछड़े वर्ग के थे के नाम से बने जिले अमरोहा से अखिलेश यादव ने ज्योतिबा फूले का नाम हटा दिया था। इतना ही नहीं छत्रपति साहू जी महाराज जो पिछड़े समाज के थे, जिन्होंने वर्ष 1902 में दलितों पिछड़ो के लिए आरक्षण की शुरूआत की थी, उनके नाम पर बने जिले अमेठी तथा के0जी0 मेडिकल यूनिवर्सिटी से छत्रपति साहू जी महाराज का नाम इसलिए हटाया गया था क्योंकि वे दलितों, पिछड़ों के हितैषी थे। डा0 निर्मल ने कहा कि आंबेडकर की पत्नी के नाम से बने कानपुर देहात जिले से माता रमाबाई का नाम अखिलेश सरकार ने हटा दिया था।
डा0 निर्मल ने कहा कि किसी भी राजनैतिक दल ने डा0 आंबेडकर का अपमान नहीं किया किन्तु सपा प्रमुख अखिलेश यादव लगातार डा0 आंबेडकर का अपमान कर रहे हैं। डा0 आंबेडकर के चित्र में आंबेडकर के चेहरे को काट कर अखिलेश यादव के चेहरे को लगाने के प्रकरण में डा0 निर्मल ने कहा कि किसी कार्यकर्ता पर जिम्मेदारी डालकर अखिलेश यादव इस अपकृत्य से मुक्त नहीं हो सकते। डा0 निर्मल ने कहा कि अखिलेश यादव को जवाब देना होगा कि उन्होंने मेडिकल कालेज, कन्नौज, हरित उद्यान गोमती नगर, अन्तर्राष्ट्रीय बस अड्डा आलमबाग लखनऊ, तारामंडल रामपुर तथा संभल से भीमराव आंबेडकर का नाम क्यों हटाया था तथा सपा के तत्कालीन कैबिनेट मंत्री आजम खां जब गाजियाबाद, हज हाऊस के कार्यक्रम में डा0 आंबेडकर को भू-माफिया बता रहे थे तो वहां उपस्थित अखिलेश यादव, आजम खां के इस भाषण पर ताली क्यों बजा रहे थे।
डा0 निर्मल ने सपा सुप्रीमों से यह भी सवाल किया कि समाजवादी पार्टी ने प्रोन्नति में आरक्षण का बिल क्यो फाड़ा। प्रोन्नति में दलितों के आरक्षण से सपा सुप्रीमों को क्या तकलीफ थी। ठेकेदारी में आरक्षण क्यों समाप्त किया, सपा सुप्रीमों यह भी बताएं कि सरकारी जमीन के आवंटन में दलितों की प्राथमिकता क्यों समाप्त की।
डा0 निर्मल ने कहा कि डा0 आंबेडकर और आरक्षण दलितों के लिए लाइफ लाइन का काम करते हैं। अखिलेश यादव ने डा0 आंबेडकर का अपमान कर तथा आरक्षण का बिल लोकसभा में फड़वा कर दलितों की जीवन रेखा को अवरूद्ध करने का कृत्य किया है जिसके लिए दलित उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। दलितों की नजर में यह समाजवादी नही वरन सामन्तवादी पार्टी है।