गांधी परिवार की कार्यशैली पाकिस्तान को लाभ पहुंचाने वाली होने का आरोप लगाकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। कहा, पाकिस्तान के साथ हुआ सिंधु जल समझौता (आइडब्ल्यूटी) इसका स्पष्ट उदाहरण है। इस समझौते के तहत भारत के हितों को चोट पहुंचाते हुए पाकिस्तान को आर्थिक और जल संबंधी लाभ दिए गए।
दुबे ने की ये बात
एक्स पर पोस्ट अपने बयान में दुबे ने कहा, समझौते का प्रपत्र पढ़ने पर पता चलता है कि गांधी परिवार ने पाकिस्तान रूपी सांप को आजादी के बाद 77 साल तक देश का पानी और खून पिलाया, जबकि बदले में उसने भारतीयों की जान ली।
समझौते के तहत तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भारत का 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान दिया, साथ ही पाकिस्तान को बांध और नहरें बनाने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये की धनराशि भी दी। यह धनराशि वर्तमान मूल्य के अनुसार करीब 14 हजार करोड़ रुपये के बराबर थी।
गांधी परिवार की नीतियों के चलते सहना पड़ा बहुत कुछ
इसके बदले में भारत को दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद झेलना पड़ रहा है। यह सब गांधी परिवार की पाकिस्तान परस्त नीतियों के चलते हुआ, क्योंकि कांग्रेस और उसके द्वारा समर्थित सरकारों ने इस समझौते पर पुनर्विचार की कभी जरूरत ही नहीं समझी।
1960 में हुआ सिंधु जल समझौता
सिंधु, झेलम और चेनाब नदियों का पानी पाकिस्तान को देने के लिए हुआ था। 22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार ने इस समझौते को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित करने का फैसला किया। इसके बाद समझौते का मसौदा पढ़ने पर उसमें भारत के साथ हुए अन्याय की जानकारी मिली।