सड़क दुर्घटना कब, कहां और कैसे हुई? रोड इंजीनियरिंग में कमी है या फिर कोई और कारण? घटनास्थल के फोटो और वीडियो…। यह सब अब यातायात पुलिस आईरेड एप पर दर्ज करेगी। इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेेंट डाटाबेस की मदद से पुलिस को किसी दुर्घटना के विश्लेषण में मदद मिलेगी। पुलिसकर्मी अपनी आईडी के माध्यम से पूरा ब्योरा एक क्लिक से निकाल सकेंगे।
यातायात पुलिस कमिश्नरेट में सड़क दुर्घटनाओं की निगरानी और विश्लेषण के रोड सेफ्टी सेल बनी है। इसके तहत ही आईरेड सेल बनाई गई है। शुक्रवार को पुलिस लाइन में एप के संबंध में कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें नगर, पश्चिमी और पूर्वी जोन के थानों में तैनात विवेचकों ने प्रतिभाग किया।
इसमें आईरेड आगरा के रोल आउट मैनेजर विक्रम तोमर ने बताया कि एप के माध्यम से पुलिसकर्मी दुर्घटनाओं का विवरण जैसे स्थान, समय, वाहन संख्या, कारण, तस्वीरें और वीडियो अपलोड कर सकते हैं। इससे एक आईडी बनेगी, जिससे दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया जा सकेगा।
इसके बाद सुधार के उपाय किए जा सकेंगे। इससे पुलिस को एक डाटा मिल जाएगा। कहां, कब और कितनी घटनाएं हुईं, इसकी जानकारी मिल जाएगी। पुलिस इस डाटा के माध्यम से रोड इंजीनियरिंग से लेकर सुरक्षा के उपायों पर विचार करेगी। इसमें लोक निर्माण विभाग और हास्पिटल संचालक भी जानकारी साझा कर सकेंगे।