भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल ने हरदोई में जनप्रतिनिधियों को नसीहत दी कि सोशल मीडिया पर आपसी विवाद से बचें, क्योंकि इससे पार्टी की छवि खराब होती है। उन्होंने पंचायत चुनाव की मतदाता सूची पुनरीक्षण में सक्रिय भागीदारी का भी आह्वान किया।
हरदोई जिले में आए दिन सोशल मीडिया पर होने वाले घमासान को भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल ने गंभीरता से लिया है। जनप्रतिनिधियों के साथ बृहस्पतिवार को जिला कार्यालय में हुई बैठक के दौरान धर्मपाल ने इसे लेकर नसीहत भी दी। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर विवाद न करें। आपस में विवाद से पार्टी की छवि खराब होती है और यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल बृहस्पतिवार को हरदोई में थे। उन्होंने पार्टी के जिला पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ अलग-अलग बैठक की। इसके अलावा मंडल अध्यक्षों और शक्ति केंद्र संयोजकों की कार्यशाला को भी संबोधित किया। गंगानगर स्थित पार्टी कार्यालय में जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में धर्मपाल ने कहा कि सोशल मीडिया पर पार्टी से जुड़े लोगों को विवाद नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कहीं कोई विवाद या मतभेद की स्थिति है, तो उचित फोरम पर बात रखनी चाहिए ताकि उसका निस्तारण हो सके।
मतदाता सूची का पुनरीक्षण अभियान चल रहा
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि पंचायत चुनाव को लेकर मतदाता सूची का पुनरीक्षण अभियान चल रहा है। इसमें सभी को रुचि लेनी चाहिए। जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में प्रदेश महामंत्री संजय राय, जिला प्रभारी शंकरलाल लाोधी, जिलाध्या अजीत सिंह बब्बन, आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी, बालामऊ विधायक रामपाल वर्मा, गोपामऊ विधायक श्याम प्रकाश, सवायजपुर विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू, संडीला विधायक अलका अर्कवंशी, एमएलसी अशोक अग्रवाल और अवनीश कुमार सिंह, बिलग्राम मल्लावां के विधायक आशीष सिंह आशू, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती मौजूद रहीं।
पंचायत चुनाव को लेकर जनप्रतिनिधियों ने दिए सुझाव
बैठक में मौजूद रहे विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक पंचायत चुनाव को लेकर जनप्रतिनिधियों ने सुझाव भी दिए। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में या तो सिंबल दिया जाए या फिर सीट रिक्त छोड़ दी जाए। समर्पित प्रत्याशी नहीं बनाना चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि पंचायत चुनाव दो चरण में कराए जाएं तो ठीक रहेगा। जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव एक साथ कराया जाए। ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव अलग कराया जाए।