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लौंगेवाला जाकर ‘पहली सैन्य टुकड़ी’ से मिले रक्षा मंत्री राजनाथ

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजस्थान के पश्चिमी मोर्चे पर लौंगेवाला युद्धक्षेत्र में सैनिकों के साथ बातचीत की। थार शक्ति अभ्यास के लिए लौंगेवाला की अपनी यात्रा के दौरान, सिंह ने नवगठित भैरव बटालियन के साथ भी बातचीत की।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार (24 अक्तूबर) को राजस्थान के पश्चिमी मोर्चे पर लौंगेवाला युद्धक्षेत्र में सैनिकों के साथ बातचीत की। राजनाथ सिंह ने लौंगेवाला युद्धभूमि का दौरा किया और वहां आयोजित ‘थार शक्ति अभ्यास’ के दौरान सैनिकों से संवाद किया। राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना की नई गठित ‘भैरव बटालियन’ के जवानों से भी भेंट की।

भैरव बटालियन से रक्षा मंत्री की मुलाकात

दरअसल, भैरव बटालियन 1 नवंबर से भारतीय सेना में आधिकारिक रूप से तैनात होने वाली है। ये हल्के और घातक कमांडो बटालियनें हैं। भैरव बटालियन घातक हमलों और उच्च-तीव्रता वाले युद्ध अभियानों के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित है। ऐसे में राजनाथ सिंह ने भैरव बटालियन के जवानों के साथ गर्मजोशी से बातचीत की।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बटालियन के प्रशिक्षण और तैनाती की भी समीक्षा की। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ इस दौरान रक्षा मंत्री के साथ थे।

1 नवंबर को भैरव बटालियन की तैनाती

हाल ही में भारतीय सेना के महानिदेशक (इन्फैंट्री) लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार ने बताया था कि भारतीय सेना की पहली भैरव बटालियन 1 नवंबर को तैनाती के लिए तैयार हो जाएगी। अगले छह महीनों में विभिन्न शाखाओं से 250 कर्मियों वाली कुल 25 ऐसी बटालियनें बनाई जाएंगी। ये बटालियनें विशेष बलों और सामान्य पैदल सेना बटालियनों के बीच की खाई को पाटेंगी। ये जवान विभिन्न शाखाओं से होंगे, जिनमें पैदल सेना, तोपखाने, सिग्नल और वायु रक्षा शामिल हैं।

जैसलमेर में थार शक्ति अभ्यास

जैसलमेर में दो दिवसीय दौरे पर रहे राजनाथ सिंह ने लौंगेवाला बॉर्डर पोस्ट पर थार शक्ति अभ्यास देखा, जहां सैकड़ों सैनिकों ने रेगिस्तानी इलाके में आधुनिक युद्धक कौशल और समेकित युद्ध क्षमता का प्रदर्शन किया। इस अभ्यास में रोबोटिक म्यूल्स, ड्रोन, रोबोट कुत्ते, एटर N1200 वाहन, टैंक और हेलीकॉप्टर जैसे आधुनिक प्लेटफॉर्म शामिल थे, जो तकनीक-संचालित युद्ध पर भारत के बढ़ते ध्यान को दर्शाते हैं।

आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए रक्षा मंत्री

इसी के साथ रक्षा मंत्री ने जैसलमेर में आयोजित आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में भी भाग लिया, जहां वरिष्ठ सैन्य नेतृत्व के साथ ग्रे ज़ोन वॉरफेयर, आत्मनिर्भरता, जॉइंटनेस और इनोवेशन जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। इस दौरान रक्षा मंत्री ने सेना से जुड़े कई महत्वपूर्ण डिजिटल प्लेटफॉर्म की शुरुआत की। कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने नमन सेंटर, सैनिक यात्री मित्र एप और इक्विपमेंट हेल्पलाइन एप लॉन्च किए। इन पहलों का उद्देश्य सैनिकों और उनके परिवारों को बेहतर सुविधा और सहायता प्रदान करना है।