इटली में 2020 से कैथोलिक पादरियों पर लगभग 4,400 लोगों के यौन शोषण का आरोप लगा है। पीड़ितों के समूह रेटे ल’अबुसो ने यह दावा किया है। समूह का कहना है कि यह आंकड़ा पीड़ितों के बयानों और मीडिया रिपोर्टों पर आधारित है। इतालवी बिशप सम्मेलन ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। नए पोप लियो ने बिशपों को ऐसे आरोपों को छिपाने से मना किया है।
इटली में 2020 से रिपोर्ट किए गए मामलों में कैथोलिक पादरियों पर लगभग 4,400 लोगों के यौन शोषण का आरोप लगाया गया है। यह दावा पीड़ितों के एक समूह ने शुक्रवार को किया है।
दुर्व्यवहार पीड़ितों के समूह रेटे ल’अबुसो द्वारा दिया गया आंकडा पीड़ितों के बयानों, न्यायिक स्त्रोतों और मीडिया द्वारा रिपोर्ट किए गए मामलों पर आधारित है। रेटे ल’अबुसो ने यह नहीं बताया कि दुर्व्यवहार के मामले कितने समय पहले घटित हुए थे।
अपराधों को ढकने की कोशिश
एक प्रवक्ता ने कहा कि इतालवी बिशप सम्मेलन ने निष्कर्षों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। वैश्विक कैथोलिक चर्च दशकों से बाल यौन शोषण करने वाले पादरियों और उनके अपराधों के ढकने की कोशिश कर रहा है। इटली में स्थानीय चर्च ने इस मुद्दे का सामना करने में कम तत्परता दिखाई है।
नए पोप ने क्या कहा?
नए पोप लियो ने इस सप्ताह पहली बार पादरियों द्वारा यौन शोषण के शिकार लोगों से मुलाकात की। उन्होंने चर्च के नए बिशपों को ऐसे आरोपों को छिपाने से मना किया है। उनके पूर्ववर्ती दिवंगत पोप फ्रांसिस ने इस मुद्दे को अपने 12 वर्षीय पापल कार्यकाल की प्राथमिकता बनाई, लेकिन इसके परिणाम मिश्रित रहे।
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