हमारे शरीर में थायराइड महत्वपूर्ण हार्मोन माना जाता है और इसके कारण कई तरह की शारीरिक गतिविधियां करने में हम सक्षम हो पाते हैं। जी दरअसल थायराइड हार्मोन हार्ट बीट, डाइजेस्टिव सिस्टम और ब्रेन के फंक्शन के लिए जरूरी है। आपको बता दें कि यह शरीर में ऊर्जा को भी नियंत्रित करता है। इसी के साथ यह भी जानकारी दे दें कि थायराइड हार्मोन की कमी आमतौर पर 60 साल से उपर के व्यक्तियों में ज्यादा होती है हालाँकि कई कारणों से कम उम्र के लोगों में भी थायराइड की कमी हो सकती है। जी हाँ और थायराइड की कमी हो जाए तो चिड़चिड़ेपन, तनाव, बेचैनी जैसी मानसिक समस्याएं भी पैदा हो जाती है। अब आज हम आपको बताते हैं थायरॉयड की कमी के क्या-क्या लक्षण हैं।
थायराइड की कमी के लक्षण- जी दरअसल थायराइड की कमी के कारण अक्सर थकान रहती है और वजन असामान्य तरीके से बढ़ जाता है। इसके अलावा अलग-अलग लोगों में इसके अलग-अलग लक्षण हैं। जी दरअसल कम उम्र के लोगों में वजन बढ़ना थायराइड की कमी का पहला लक्षण माना जाता है। इसके अलावा कई तरह की मानसिक परेशानियां होने लगती है। इसकी कमी से लोग अक्सर अवसादग्रस्त रहने लगते हैं। उसे हमेशा बेचैनी होती रहती है। किसी चीज को याद करने में दिक्कत होती रहती है। इसी के साथ ड्राई स्किन, कब्ज, पसीना नहीं आना, हार्ट रेट कम हो जाना, ब्लड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाना, रूखे और पतले बाल, मसल्स में कमजोरी, हड्डी में स्टीफनेस, ज्वाइंट पेन आदि की समस्या होने लगती है।
थायराइड को कैसे बढ़ाएं- अगर कम उम्र में थायराइड हार्मोन की कमी हो जाए तो इसके लिए आयोडीन की कमी को जिम्मेदार माना जाता है। जी हाँ और इसके लिए आयोडीन युक्त चीजों का सेवन थोड़ा बढ़ा दें। वैसे 5 ग्राम से ज्यादा आयोडीन का सेवन नुकसान दे सकता है। ऐसे में आप कुछ सी फूड और अंडे से भी आयोडीन के स्तर को बढ़ा सकते हैं। अगर इसके बावजूद थायराइड कंट्रोल नहीं होता तो डॉक्टर कुछ दवाइयां देकर या रेडियोएक्टिव आयोडीन ट्रीटमेंट से इस बीमारी को ठीक करते हैं।