लखनऊ. कोरोना की दूसरी लहर के कारण बंद किए गए स्कूल अब फिर से पढ़ाई के लिए खुलने लगें हैं. इसी बीच योगी सरकार ने आगामी 1 सितंबर से मान्यता प्राप्त व अनुदानित मदरसों में भी कक्षा 1 से कक्षा 5 तक की पढ़ाई भौतिक रूप से शुरू करने के निर्देश दिए हैं. राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने इन मदरसों में कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए पठन-पाठन भौतिक रूप से शुरू करने की अनुमति प्रदान कर दी है. उन्होंने कहा है कि इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जाए. इससे पहले राज्य में सभी स्कूलों को भी चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है.
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों, मान्यता प्राप्त विद्यालयों एवं अन्य बोर्ड के तहत संचालित विद्यालयों में कक्षा छह से आठ तक के बच्चों के लिए शिक्षण कार्य 23 अगस्त से प्रारम्भ हो चुका है. वहीं कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के लिए शिक्षण कार्य पहली सितंबर से भौतिक रूप से प्रारम्भ किए जाने का निर्णय लिया गया है
नंदी ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग की भांति उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता, सहायता प्राप्त मदरसों में भी फौकानिया (कक्षा 6 से कक्षा 8 तक) के बच्चों के लिए शिक्षण कार्य 23 अगस्त से शुरू हो चुका है. वहीं एक सितंबर से कक्षा एक से पांच तक के छात्रों की पढ़ाई भौतिक रूप से शुरू कर दी जाएगी. कहा गया है कि खास तौर पर कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का आंकड़ा 7 करोड़ 4 लाख के पार हो चुका है. अब तक 5 करोड़ 91 लाख से अधिक नागरिकों ने कोविड से बचाव के लिए टीके की कम से कम एक खुराक प्राप्त कर ली है. यह देश के किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टीकाकरण है. प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 फीसदी है. विगत दिवस दैनिक पॉजिटिविटी दर 0.01% रही.