भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आर्थिक तंगी से जूझ रहे बेरोजगार इंजीनियर ने परिवार सहित आत्महत्या करने का प्रयास किया. इस घटना में परिवार के दो लोगों की मौत हो गई है और दो लोगों की हालत गंभीर है, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. फिलहाल पुलिस घटना की जांच कर रही है.
मामला भोपाल के सहारा स्टेट इलाके का है. जहां एक सिविल इंजीनियर का परिवार रहता है. सिविल इंजीनियर की लॉकडाउन के दौरान नौकरी चली गई, जिसके चलते परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहा था. लंबे समय तक आर्थिक तंगी से जूझने के बाद परिवार ने आत्मघाती कदम उठाया और आत्महत्या करने का प्रयास किया. पति-पत्नी ने जहां जहर खाकर जान देने की कोशिश की, वहीं 16 साल के बेटे और 14 साल की बेटी को गला रेतकर मारने की कोशिश की.
इस घटना में पति और बेटे की मौत हो गई है. वहीं पत्नी और बेटी अभी जिंदगी और मौत से लड़ रही हैं. दोनों की हालत बेहद गंभीर है. मां-बेटी का राजधानी के हमीदिया अस्पताल में इलाज चल रहा है. पड़ोसियों का कहना है कि परिवार लंबे समय से आर्थिक तंगी से परेशान था और डिप्रेशन में था. माना जा रहा है कि डिप्रेशन और आर्थिक तंगी के चलते ही पूरे परिवार ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया.
वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस जब घर के अंदर दाखिल हुई तो वहां का मंजर दिल दहलाने वाला था. बिस्तर खून से लथपथ था और दीवारों पर भी खून के छींटे थे. वहीं घटना को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस ने इस घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में बेरोजगारी के चलते आत्महत्या की घटनाएं हो रही हैं.