लखनऊ।ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन (आईना) द्वारा “” मीडिया की विश्वसनीयता पर उठते सवाल “” विषयक संगोष्ठी का आयोजन लखनऊ के गोमती नगर स्थित एफिल क्लब में किया गया। जिसमें वरिष्ठ पत्रकारों सहित छोटे-बड़े संगठनों के पत्रकारों ने सहभागिता की। संगोष्ठी का विषय अत्यंत वृहद था, इसलिए वक्ताओं ने विविध दृष्टिकोण से अपने अपने विचार व्यक्त किए। कुछ वक्ताओं ने पत्रकारिता की विश्वसनीयता पर मंडरा रहे खतरे पर चिंता व्यक्त की, तो किसी ने विश्वसनीयता को अक्षुण्ण बताया।
वक्ताओं में वरिष्ठ पत्रकार श्याम कुमार जी ने इस संगोष्ठी में सहभागिता की और अपने आशीर्वचनों से सभी को अभिसिंचित किया। राजीव तिवारी उर्फ बाबा ने प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की तर्ज पर ,, जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया बनाए जाने का प्रस्ताव रख, सुझाव दिया। आलोक त्रिपाठी ने पत्रकारिता के मूल उद्देश्य और पत्रकारिता की कार्यक्षमता पर अपने संस्मरण साझा किए। सुशील दुबे समाजसेवी। प्रेस काउंसिल आफ इंडिया के पूर्व मेंबर रजा रिजवी। वरिष्ठ पत्रकार अशोक मिश्रा, एन आलम, शकील सिद्दीकी, अनुराग, अजय कुमार वर्मा, अधिवक्ता राकेश कुमार, स्वतंत्र प्रिय गुप्ता आदि ने सारगर्भित विचार व्यक्त किए अगर सही मायने में देखा जाए तो पत्रकारिता भाव भाषा एवं अभिव्यक्ति का संगम होती है । पर अब यह संगम दूषित हो रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप पत्रकारिता की विश्वसनीयता में मूलभूत अंतर आ गया है।
वरिष्ठ पत्रकार मनोज मिश्रा ने मीडिया की विश्वसनीयता पर उठते सवालों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज अगर मीडिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं तो उनके लिए हम खुद कहीं ना कहीं जिम्मेदार हैं।
इस कड़ी में आईना के महासचिव अजय वर्मा ने कहा कि आईना कोई एक संगठन नहीं बल्कि एक परिवार है और हमारी कोशिश है की पत्रकारिता के क्षेत्र में पढ़े-लिखे योग्य युवा वर्ग जुड़े और मीडिया की धूमिल होती छवि को सुधारने का काम करें।
पत्रकारिता का दायित्व देश और समाज का कल्याण करना है, लेकिन जिस प्रबलता से उसे कार्य करना चाहिए, जनसमस्याओं के प्रति पत्रकारिता को जिस गहराई में जाकर पूरे मनोयोग से ध्यान देना चाहिए, अब वैसा नहीं हो रहा है । परिणाम स्वरूप जाने अनजाने पत्रकारिता के विश्वसनीयता पर संकट मंडराने लगा है।
संगोष्ठी में आये हुए सभी सम्मानित अतिथियों को धन्यवाद देते हुए आईना प्रदेश अध्यक्ष परमजीत ने बताया कि ये संगोष्ठी इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं कि इसमें सभी लोगों की सहभागिता मुख्य अतिथि के रूप में है और आईना सिर्फ नाम का।
संगठन नही है एक संगठित परिवार के रूप में कार्य करता है, मीडिया की विश्वसनीयता बरकार रखने के लिए आईना सदैव प्रयासरत है और पत्रकारो को सही दिशा, दशा दिखाने के लिए भविष्य में ऐसी संगोष्ठियों का आयोजन प्रदेश के अन्य जिलों में भी किया जाएगा।