पिता पुत्री व फूफा भतीजी जैसे रिश्तों को कलंकित करने वाले दो लोगों को जामुल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित दो नाबालिग बहनों का दैहिक शोषण कर रहे थे। जिससे परेशान होकर दोनों बहनें घर से भाग गई थी और रायपुर में एक किराये का मकान लेकर वहां पर काम कर के अपना जीवन गुजार रही थी। दोनों के लापता होने पर उनका दैहिक शोषण करने वाले पिता ने ही खुर्सीपार थाना में प्राथमिकी कराई थी। दोनों बहनों के बारे में पता चलने पर पुलिस ने उन्हें रायपुर से बरामद किया। दोनों ने जब घर छोड़कर जाने का कारण बताया तो पुलिस भी आवाक रह गई। पुलिस ने आरोपित पिता और फूफा के खिलाफ प्राथमिकी कर उन्हें जेल भेजा है।
पुलिस ने बताया कि खुर्सीपार थाना क्षेत्र में रहने वाली दो सगी बहनें वर्ष 2017 में लापता हो गई थी। खुर्सीपार थाना में उनके लापता होने की शिकायत दर्ज थी। दोनों को जब रायपुर से बरामद किया गया तो उन्होंने बताया कि एक पीड़िता वर्ष 2017 में छावनी के शासकीय स्कूल में पढ़ती थी। स्कूल के पास ही उसके बुआ और फूफा का घर था। दोपहर का खाना खाने के लिए वो अपनी बुआ के घर जाती थी। 28 अगस्त 2017 को पीड़िता अपनी बुआ के घर गई तो वहां पर उसकी बुआ नहीं थी। उसका फूफा अकेला घर पर था। उसने पीड़िता से छेड़खानी की। इसके बाद से आरोपित लगातार उसका दैहिक शोषण करता रहा।
पीड़िता ने एक दिन अपने पिता को इसके बारे में जानकारी दी तो उसके पिता ने उसे ही उल्टा डांटकर चुप करा दिया। पीड़िता ने अपनी बहन को इस बारे में बताया। लेकिन, वो कुछ कर पाती। इसके पहले आरोपित पिता ने भी दोनों बहनों का दैहिक शोषण शुरू कर दिया। पीड़िताओं की मां की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। इसलिए वो अपनी मां से भी कोई मदद नहीं मांग सकती थी। इस कारण से दोनों ने अपना घर छोड़ दिया और रायपुर में जाकर रहने लगी थी। बरामदगी के बाद उनके बयान के आधार पर आरोपित फूफा और पिता के खिलाफ दुष्कर्म, छेड़खानी, धमकाने और पाक्सो एक्ट की धाराओं के तहत प्राथमिकी कर उन्हें गिरफ्तार किया गया।