ट्रैवलिंग से बच्चों को कई फायदे हैं। इससे उन्हें नई-नई चीज़ों के बारे में रोचक जानकारियां मिलती हैं और उनका मानसिक विकास भी तेजी से हो सकता है। लेकिन बच्चों के साथ सफर करना किसी चुनौती से कम नहीं होता है।
सफर के दौरान बच्चों की मासूमियत अजनबियों को भी आकर्षित करती है। लेकिन कभी-कभी बच्चों के बिहेव के कारण पेरेंट्स को लोगों के सामने शर्मिंदा होना पड़ सकता है। ऐसे में उन्हें बच्चे की विशेष ख्याल रखना चाहिए। उनकी हर छोटी-बड़ी जरूरतों को पूरा करना, सफर में बच्चे का बिहेव कैसा हो, ये सारे मैनर्स बच्चों को सिखाना काफी जरूरी है ताकि आप सफर को खुशनुमा बना सकें।
सेफ्टी टिप्स
ट्रैवल के दौरान बच्चे खूब खेलना चाहते हैं। वे पेरेंट्स को छोड़ कर खेलने में मग्न हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप बच्चों को पहले से ही ट्रैवलिंग मैनर्स सिखाएं। उन्हे बताएं कि अंजान लोगों से ज्यादा बातचीत न करें या कोई उन्हें खाने की चीज दें, तो गलती से भी न लें। इससे बच्चे खुद अपनी सुरक्षा का ध्यान रखेंगे।
गंदगी फैलाने से रोकें
बच्चे अक्सर चीजें इधर-उधर फेंकते हैं। सफर के दौरान बच्चों की ये आदत परेशानी का सबब बन जाता है। ऐसे में आप बच्चों को जरूर सिखाएं कि खाने के बाद रैपर या प्लेट डस्टबिन में ही रखें। पेरेंट्स को बच्चों को बचपन से ही कूड़ेदान का इस्तेमाल करना सिखाना चाहिए।
जिद्दी आदतों को रोकें
जब बच्चे किसी चिज के लिए जिद करते हैं, तो उन्हें रोकना मुश्किल होता है। घर में तो पेरेंट्स बच्चों की जिद पूरा कर देते हैं लेकिन सफर के दौरान उनकी ये आदतें मुसिबत बन जाती है। ट्रैवल करने से पहले ही बच्चों को सिखाएं कि उन्हें बड़ों का सम्मान करना चाहिए।
बच्चों को इग्नोर न करें
सफर के दौरान अक्सर पेरेंट्स बच्चों को इग्नोर करते हैं। आपके इस बिहेवियर से बच्चे हर्ट हो सकते हैं। ट्रैवलिंग में बच्चे कुछ ज्यादा ही सवाल करते हैं, ऐसे में आप जवाब देने की कोशिश करें और सफर में दिखने वाली यूनिक चीज़ों के बारे में बताएं।