काबुल:आतंकवादी संगठन तालिबान और आतंक का पनाहगार पाकिस्तान के बीच गठजोड़ के सबूत आए दिन देखने को मिल रहे हैं। तालिबानी लड़ाकों को जिस पंजशीर में स्थानीय विद्रोहियों द्वारा चुनौती मिल रही थी, वहां मदद करने के लिए पाकिस्तानी वायु सेना पहुंच गई। खबर आ रही है कि यहां ड्रोन की मदद से बमबारी भी की गई है।
आपको बता दें कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख ने तालिबान नेताओं से मिलने, सुरक्षा और सीमा मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अफगानिस्तान का दौरा किया था। उनके दौरे के बाद ही पाकिस्तानी वायु सेना ने पंजशीर में बम बरसाए हैं। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मुलाकात के बारे में कहा था कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस एजेंसी के महानिदेशक फैज हमीद ने एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और तालिबान के कब्जे से लेकर अफगानिस्तान में नई सरकार बनाने के उनके प्रयासों तक के हालिया बदलावों के बारे में बातचीत की।
आपको बता दें कि पाकिस्तानी वायुसेना ने बलूचिस्तान में अफगानिस्तान से लगी अपनी पूर्वी सीमा पर स्थित एक वायुसैनिक अड्डे को सक्रिय कर दिया है। वहीं, कोटली और रावलकोट में भारतीय सरहद से सटे इलाकों में दो उपग्रह अड्डों को भी सक्रिय मोड में रहने को कहा गया है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी वायुसेना के पास 12-12 सक्रिय वायुसैनिक और उपग्रह अड्डे हैं। वह इन अड्डों को समय-समय पर सक्रिय मोड में रहने का निर्देश जारी करती रहती है। फरवरी 2019 में बालाकोट में भारतीय सेना के हवाई हमलों के बाद उसकी ओर से अड्डों को सक्रिय किए जाने के मामलों में वृद्धि हुई है। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान वायुसेना के सभी अड्डे भारतीय सेना के राडार पर हैं। अधिकारी उनमें होने वाली हलचलों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।