चंडीगढ़: पंजाब का नया मुख्यमंत्री कौन होगा? ये तय करने के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक दोबारा आयोजित की. करीब 11 बजे पंजाब भवन में सभी विधायक सर्वसहमति से किसी एक नाम पर फैसला किया जाएगा. आखिर में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पंजाब के नए सीएम के नाम का मुहर लगाएंगी.
पंजाब के सीएम पद की रेस में अभी तक सबसे आगे पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ , पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह का विरोध करने वाले सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम सबसे आगे चल रहा है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी विधान सभा चुनावों को देते हुए पार्टी हाईकमान इन तीनों में से ही किसी एक नाम को बड़ा दांव खेल सकती है.
एक तरफ सुनील जाखड़ हैं, जिन्हें सीएम बनाकर कांग्रेस पार्टी हिंदू वोटों और जाट सिख वोटों पर अपनी और खींचने की कोशिश कर सकती है. तो वहीं दूसरी ओर नवजोत सिंह सिद्धू हैं, जिन्हें हाल ही में पार्टी हाईकमान ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. उन्हें कांग्रेस ने पंजाब से प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. वहीं सुखजिंदर सिंह रंधावा को कैप्टन अमरिंदर सिंह का विरोधी माना जाता रहा है. ऐसे में पंजाब की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाती है ये देखना दिलचस्प रहेगा. रविवार को सभी की निगाहें विधायक दल की बैठक पर टीकी होंगी, और सभी को सोनिया गांधी के फैसले का इंतजार रहेगा.
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद कैप्टन अमरिंदर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ‘मैंने आज सुबह ही फैसला कर लिया था. इस बारे में सोनिया गांधी को भी बता दिया था. मेरे साथ ये तीसरी बार हो रहा है. मैं यहां ह्यूमिलेटेड फील कर रहा हूं. अब उन्हें जिस पर भरोसा होगा वो उसे मुख्यमंत्री बना लेंगे. मुझे पॉलिटिक्स में 52 साल हो गए हैं. साढ़े 9 साल मैं मुख्यमंत्री रहा हूं. लेकिन दो महीने में तीन बार बैठक करके पार्टी ने जिस तरह मुझ पर दवाब बनाया है उससे मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं.’
अपने पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन ने कहा था कि, पार्टी हाईकमान को मेरे नेतृत्व पर शक था, इसलिए मैंने इस्तीफा दिया है. अब वो जिसे चाहें उसे सीएम बना सकते हैं. मुझे नया सीएम स्वीकार नहीं है. मैं अभी कांग्रेस में ही हूं और अपने साथियों और सपोर्टर्स से बात करूंगा और अपने फ्यूचर पॉलिटिक्स करियर पर आगे फैसला लूंगा. राजनीति में विकल्प हमेशा रहता है.