लखनऊ। रक्षाबंधन के पर्व से पहले राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी ने लिवर दान करके अपने छोटे भाई कराटे कोच की जान बचाने में सफल रही। अब दोनों पूरी तरह से ठीक हैं और अस्पताल से उन्हें छुट्टी भी मिल गई है।

राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी ने किया लिवर डोनेशन, क्रिप्टोजेनिक लिवर सिरोसिस से जूझ रहा था कराटे कोच 30 वर्षीय भाई
वाराणसी निवासी फुटबॉल खिलाड़ी अंशिका चार बार महाविद्यालय स्तरीय फुटबाल प्रतियोगिता की विजेता रही है। कुछ समय पहले उसके भाई को क्रिप्टोजेनिक लिवर सिरोसिस हो गया। पीड़ित मरीज खुद कराटे कोच भी रहा है।
उसकी हालत खराब हो गई। चिकित्सकों ने लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत बताइए। आर्थिक तंगी की वजह से यह परिवार लिवर ट्रांसप्लांट करने की स्थिति में नहीं था। कुछ संस्थाओं ने सहयोग किया और लखनऊ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां जब जांच हुई तो बड़ी बहन और मां की मैचिंग नहीं हो पाई। ऐसे में छोटी बहन ने अपने कैरियर की परवाह किए बिना लिवर डोनेशन करने का फैसला लिया। आखिरकार 21 जून को डोनेशन हुआ और अब दोनों फिट है। अंशिका के पति और उनका पूरा परिवार ने सहयोग किया। डॉक्टरों के मुताबिक अंशिका पूरी तरह ठीक है और खेल के क्षेत्र में अपना कैरियर सवार सकती है। एक बार फिर मैदान में अभ्यास शुरू कर दिया है और वह दिसंबर में होने वाले फुटबॉल लीग में हिस्सा लेगी।
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