लखनऊ।। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकनायक जयप्रकाश की जयंती के अवसर पर जेपीएनआईसी में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए गए थे। उन्हें रोकने के लिए गेट पर ताला लगा दिया गया था और लोहे की चादर से रास्ता रोक दिया गया था।

अखिलेश जब अपने समर्थकों के साथ पहुंचे तो वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जिससे वो नाराज हो गए और गेट फांदकर अंदर की तरफ कूद गए। ये देखकर वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों के भी पसीने छूट गए। अखिलेश के गेट फांदकर अंदर कूदने के बाद सपा कार्यकर्ता भी गेट पर चढ़ गए और अंदर चले गए। सारी सुरक्षा व्यवस्था धरी रह गई। परिसर के अंदर अखिलेश यादव ने लोकनायक जयप्रकाश की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और वापस आ गए।

अखिलेश यादव के तेवरों ने वहां मौजूद सपाइयों को जोश से भर दिया। बाहर आकर मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव काफी आक्रोशित नजर आए और कहा कि सरकार तानाशाही कर रही है। यह पहली बार नहीं है जब मैं यहां माल्यार्पण के लिए आया हूं। हर साल आता हूं और अब मुझे अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
उन्होंने कहा कि जयप्रकाश ने तत्कालीन सत्ता के खिलाफ संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था। क्या हमें भी माल्यार्पण के लिए जयप्रकाश नारायण जी की तरह ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ का आह्वान करना पड़ेगा। अगर भाजपा को यही मंज़ूर है तो यही सही। उन्होंने कहा कि हम संपूर्ण क्रांति का नारा देते हैं जो कि 2024 तक जाएगा और 2027 में यूपी में सत्ता परिवर्तन करेगा। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सपाइयों की वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से नोकझोंक भी हुई।
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