Sunday , December 24 2023

लाडली मीडिया अवॉर्ड से नवाजें गयें वरिष्ठ पत्रकार चंद्र भान यादव

लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए प्रकाशित खबरों के लिए मिला अवॉर्ड

लखनऊ।अमर उजाला स्टेट ब्यूरो में कार्यरत मुख्य संवाददाता चंद्रभान यादव को लाडली मीडिया अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।

यह अवॉर्ड अमर उजाला में बीमारी पति पत्नी दोनों की, फिर भी सजा भुगतती पत्नी शीर्षक से प्रकाशित खबर के लिए दिया गया है। इससे पहले चंद्रभान यादव को रीच मीडिया फाउंडेशन की ओर से मधुमेह, वास्कुलर डिजीज और टीबी विषय पर शोध परक खबरों के लिए मीडिया फेलोशिप भी मिल चुकी है।जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद बाबा आमटे दिव्यांग विश्वविद्यालय, जयपुर के कुलपति प्रोफेसर डॉ. देव स्वरूप , संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए)के पॉलिसी एवं साझेदारी प्रमुख जयदीप बिस्वास, यूएनएफपीए की प्रोग्राम मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट अनुजा गुलाटी और लोक संवाद संस्थान के सचिव कल्याण सिंह कोठारी ने चंद्रभान यादव को सम्मानित करते हुए सामाजिक प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरों को प्रकाशित कर सामाजिक सहभागिता भी निभा रहे हैं। इस दौरान लैंगिक समानता बढ़ाने पर जोर दिया गया।13 भाषाओं के पत्रकारों का सम्मान पॉपुलेशन फर्स्ट की ओर से दिए जाने वाले लाडली मीडिया अवॉर्ड मीडिया में लैंगिक संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है।पत्रकारिता में लगातार हासिल कर रहे उपलब्धि वरिष्ठ पत्रकार चंद्रभान यादव ने हिंदी पत्रकारिता में एक के बाद एक उपलब्धि हासिल कर परचम लहराया है। अपनी शोध पर एक पत्रकारिता के दम पर एक के बाद एक अवार्ड हासिल कर रहे हैं। चंद्रभान यादव ने स्वास्थ्य पत्रकारिता में अलग ही मुकाम हासिल किया है।जौनपुर निवासी चंद्रभान स्वास्थ्य के साथ राजनीति विषय पर रिपोर्टिग करते हैं। उन्होंने अपनी रिपोर्टिंग के जरिए स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति, दवाओं की खरीद में घोटाला मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में विविध पहलुओं को उजागर किया। बीमारियों से बचाव के लिए अपनी खबरों के जरिए लोगों को जागरूक भी किया है। सामाजिक बदलाव पर उन्होंने ग्राउंड रिपोर्टिंग कर विभिन्न पहलुओं को उजागर किया है। उन्हें वर्ष 2019 में ट्यूबरक्लोसिस पर कार्य करने के लिए फेलोशिप दी गई। इसके बाद 2020 में कार्डियो वैस्कुलर डिजीज पर फेलोशिप मिली। इसके बाद वर्ष 2022 में उन्होंने मधुमेह पर तीसरी फैलोशिप हासिल कर एक रिकॉर्ड कायम किया। चंद्रभान यादव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के साथ पर्यावरण प्रदूषण, ऊर्जा के बढ़ते दुरुपयोग को लेकर भी लोगों को सावधान करते रहे हैं। वैकल्पिक ऊर्जा के विभिन्न स्रोतों की जानकारी देते हुए रास्ता भी सुझाया है। वह उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही राजस्थान में भी पत्रकारिता कर चुके हैं।