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आजम खां: मनचाहे स्कूल में प्रवेश लेंगी आरपीएस की छात्राएं

आजम खां का रामपुर पब्लिक स्कूल (गर्ल्स विंग) बंद होने के बाद अब स्कूल की छात्राओं को शिक्षा विभाग उनके मनचाहे स्कूल में प्रवेश दिलाएगा। अभिभावकों की आपत्ति के बाद शिक्षा विभाग की ओर से पूर्व में जारी 28 स्कूलों की सूची को अब वापस ले लिया गया है। अधिकारियों ने कहा है कि अब छात्राओं को उनके मनपसंद शहर के किसी भी स्कूल में प्रवेश दिलाया जाएगा। इसके लिए विभाग हर मदद को तैयार है।रामपुर पब्लिक स्कूल (गर्ल्स विंग) में कक्षा एक से आठ तक की 565 छात्राएं पढ़ती थीं। 

स्कूल सील किए जाने के बाद उनके भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो गए। इसके बाद शिक्षा विभाग भी इन बच्चों को नए स्कूल में दाखिला देने की तैयारी में जुट गया था। विभाग के अधिकारियों ने अभिभावकों से बात की। बात से समस्या का हल नहीं निकला तो स्कूल की प्रधानाचार्य अजरा नाज खान को कुछ स्कूलों की सूची सौंप दी। जिसमें शहर के 28 स्कूल शामिल थे, जिनमें छात्राओं को प्रवेश दिलाने को कहा गया। हालांकि विभागीय अधिकारियों ने इस सूची को सार्वजनिक नहीं किया था।                    

इसके बाद से अभिभावक और अन्य लोगों ने इस सूची को लेकर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि विभाग अपनी मनमर्जी से स्कूलों में बच्चों का दाखिला कराना चाहता है। सूची में कई स्कूल ऐसे भी शामिल थे जिनमें बच्चों की पढ़ाई का खर्च वहन कर पाना अभिभावकों के लिए मुश्किल भरा होता।       

विभागीय अफसरों ने कहा कि अभिभावकों ने अपने बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराने से इन्कार कर दिया। इसके बाद अब इस सूची को वापस ले लिया गया है। अब अधिकारियों का कहना है कि अभिभावक जिस भी स्कूल में छात्राओं का प्रवेश कराना चाहेंगे, उसमें प्रवेश दिलाने में शिक्षा विभाग मदद करेगा।                                      

अभिभावक अब जिस स्कूल में बच्चों का दाखिला चाहेंगे वहां बच्चों का दाखिला कराया जाएगा। बच्चों का सत्र यथावत रूप से चालू रहेगा। उनके भविष्य पर कोई संकट नहीं आने दिया जाएगा।– संजीव कुमार, बीएसए, रामपुर                            

कंट्रोल रूम में आठ अभिभावकों ने किया फोन                                 

आरपीएस की छात्राओं की समस्याओं के निराकरण के लिए खोले गए कंट्रोल रूम में अब तक आठ अभिभावकों ने फोन कर दाखिले से संबंधित राय मांगी है। विभाग की ओर से आरपीएस की तालाबंदी होने के बाद यहां की छात्राओं को दूसरे स्कूलों में प्रवेश दिलाने के लिए कंट्रोल रूम खोला गया है। कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार अब तक आठ अभिभावकों ने संपर्क किया है। नगर खंड शिक्षा अधिकारी सुनील सक्सेना ने बताया कि अभिभावक कंट्रोल रूम अथवा कार्यालय आकर अपनी पसंद का स्कूल बता सकते हैं। उसी में उनके बच्चों का दाखिला कराया जाएगा।                     

इसलिए खाली कराया गया स्कूल                       

जौहर ट्रस्ट को माध्यमिक शिक्षा विभाग की जमीन लीज पर जौहर यूनिवर्सिटी के कार्यालय के संचालन के लिए दी गई थी। लीज की शर्तों में इस बात का उल्लेख था कि आवंटन के एक साल के अंदर इस जमीन पर यूनिवर्सिटी के संचालन के लिए निर्माण कराया जाएगा, लेकिन ट्रस्ट के अध्यक्ष आजम खान ने यहां पर सपा कार्यालय शुरू कर दिया। बाद में इस पर आरपीएस गर्ल्स विंग का संचालन शुरू किया तो खाली जमीन पर नया सपा कार्यालय बना लिया।                     

डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने शासन को भेजी रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख करते हुए लीज पर दी गई जमीन का उपयोग नियम विरुद्ध तरीके से करने का जिक्र किया। लीज में यह बात भी शामिल थी कि शर्तों का उल्लंघन किए जाने का आवंटन निरस्त हो जाएगा। इसी रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने लीज को निरस्त कर दिया। इसके बाद प्रशासन ने शिक्षा विभाग की 41181 वर्ग फीट भूमि खाली करने का आदेश दिया। इसके बाद प्रशासन ने आजम खां का स्कूल और सपा कार्यालय खाली करा लिया।        

इन नंबरों पर संपर्क करें अभिभावक               

बीएसए दफ्तर में कंट्रोल रूम का नंबर 8439717489 है। नगर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम का नंबर 05954063162 है। अभिभावक इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।