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सेहत के लिए नुकसानदेह है स्लीप डेट, जानें क्या समस्याएं हो सकती हैं

क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि आपने सोचा हो कि आज रात को एक-दो घंटे और जाग लेता हूं, वीकेंड पर कुछ देर और सो जाउंगा। अगर हां, तो आप अकेले नहीं है। हम सभी कभी न कभी यह जरूर सोंचते हैं कि हफ्ते भर की नींद की कमी को छुट्टी वाले दिन पूरा कर लेंगे। लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है। इसे ही स्लीप डेट कहा जाता है। आपको कितनी देर सोने की जरूरत है और आप कितनी देर सो रहे हैं, इसके बीच के डिफ्रेंस यानी आपका कितना स्लीप लॉस हुआ है, को स्लीप डेट कहा जाता है। आपको ऐसा लग सकता है कि इस वजह से आपको कोई खास नुकसान नहीं होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। नींद पूरी न होने की वजह से आपकी बॉडी ठीक से रिकवर नहीं कर पाती है और कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं, नींद की कमी की वजह से हमारे स्वास्थय पर क्या प्रभाव पड़ता है।

एनर्जी की कमी
नींद पूरी न होने की वजह से होने वाले नुकसानों में यह सबसे आम है। जब रात को आपकी नींद पूरी नहीं होती है, तब आप दिन में भी स्लीपी महसूस करते हैं, यानी आपका बार-बार थोड़ी देर के लिए आंख बंद करने का मन करता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपकी बॉडी का सार्केडियन रिदम बिगड़ चुका होता है। इस कारण से बॉडी थकी हुई रहती है और सोना चाहती है। इसका असर आपके काम पर भी पड़ सकता है। इस वजह से आप काम पर ठीक से फोकस नहीं पर पाते और आपकी प्रोडक्टिविटी काफी कम हो जाती है।

कमजोर इम्यून सिस्टम
नींद आपकी बॉडी को रिकवर करने में मदद करती है, जिस वजह से इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनता है और बीमारियों से बचाव करने में सहायता मिलती है। लेकिन जब नींद पूरी नहीं हो पाती है, तब हमारी इम्यूनिटी भी धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है। दरअसल, सोते वक्त हमारा इम्यून सिस्टम एंटी-बॉडीज और साइटोकाइन बनाता है, जो आपकी माइक्रोब्स को हमारे शरीर में प्रवेश करने से रोकता है, लेकिन नींद पूरी न होने की वजह से ऐसा नहीं हो पाता है और हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है।

वजन बढ़ना
नींद आपके मेटाबॉलिज्म को भी प्रभावित करता है। इस कारण से नींद की कमी से यह भी बिगड़ सकता है। सार्केडियन रिदम ही आपकी बॉडी को बताती है कि कब खाना है, कब सोना है आदि, लेकिन नींद पूरी न होने की वजह से, आपका मेटाबॉलिज्म बिगड़ जाता है और आपका वजन बढ़ने लग सकता है, जो काफी खतरनाक भी हो सकता है। मोटापा, कई बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है। इसलिए यह काफी हानिकारक हो सकता है।

खराब कॉग्नीटिव हेल्थ
नींद हमारे दिमाग को रिलैक्स करने और इंफॉरमेशन स्टोर करने के लिए जरूरी होती है। सोते समय ही हमारा दिमाग सभी जानकारियों को शॉर्ट टर्म से लॉन्ग टर्म मेमरी में भेजता है। इसलिए नींद पूरी न होने की वजह से ब्रेन से सारे फंक्शन ठीक से नहीं कर पाता और हमारी कॉग्नीटिव हेल्थ खराब हो सकती है। इस वजह से फोकस करने में, चीजों को याद रखने और सोचने में तकलीफ हो सकती है।