ताजनगरी आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारियों की जांच हो सकेगी। इसके लिए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र नई दिल्ली से समझौता हुआ है। इनकी जांच के लिए नमूने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ और दिल्ली भेजे जाते थे।
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि भेड़, बकरी, चूहा समेत अन्य जानवरों से फैलने वाली बीमारियों को जूनोटिक रोग कहते हैं। इसके लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जूनोटिक सेंटिनल लैब स्थापित की जाएगी। आगरा व आसपास के जिलों के मरीजों की भी जांच हो सकेगी।
माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अंकुर गोयल ने बताया कि विभाग में चिकित्सक हैं, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र जांच उपकरण, किट, टेक्नीशियन समेत अन्य स्टाफ उपलब्ध कराएगा। अगले महीने में लैब बन जाने की उम्मीद है।
लेप्टोस्पाइरा, स्क्रब टाइफस की भी जांच
जूनोटिक सेंटिनल लैब के नोडल प्रभारी डॉ. विकास गुप्ता ने बताया कि जानवर के जरिये वायरस, कीटाणु, पैरासाइट, प्रोटोजोआ और फंगी के जरिये लोगों में बीमारियां फैलती हैं। इसमें लेप्टोस्पाइरा, स्क्रब टाइफस, कुटनेयस एंथ्रेक्स, ब्रूसिलोसिस, क्रीमियन कांगो हेमरेजिंग फीवर, लाइम डिजीज, टोक्सोप्लास्मोसिस, वेस्ट नाइल फीवर, हंता वायरस प्रमुख हैं। इनके नमूने लेकर एसएन में ही जांच हो जाएगी। जल्द रिपोर्ट मिलने से बीमारी का उपचार भी शुरू हो सकेगा।
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