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महिलाओं की रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर बुरा असर डालती है इस हार्मोन की कमी

शरीर में ये हॉर्मोन भले ही कम मात्रा में पाया जाता है, लेकिन इसकी कमी कई समस्याएं पैदा कर सकती हैं। खासतौर से महिलाओं में इसका लेवल लो होने से कई नुकसान होते हैं। वैसे तो महिलाओं में ये हॉर्मोन हाई लेवल में प्रोड्यूस होता है, लेकिन अक्सर प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के वक्त एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी देखने को मिलती है।

शरीर की ओवरऑल हेल्थ को मेंटेन रखने में इस हॉर्मोन का बड़ा रोल होता है। इसकी कमी से महिलाओं में सिरदर्द, स्ट्रेस, अनियमित पीरियड्स जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। इसके अलावा ये कमजोर हड्डियों से लेकर एंग्जायटी, डिप्रेशन और ड्राई स्किन के लिए भी जिम्मेदार होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कुछ टिप्स, जिन्हें फॉलो करने से शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ाया जा सकता है।

एक्सरसाइज करें
अपने रूटीन में एक्सरसाइज को जगह देकर शरीर में एस्ट्रोजन लेवल बढ़ाया जा सकता है। इसकी कमी से शरीर में थकान भी देखने को मिलती है, ऐसे में थोड़ा-थोड़ा ब्रेक लेकर वर्कआउट करना एक सेफ ऑप्शन है।

डाई फ्रूट्स
डाई फ्रूट्स के सेवन से भी बॉडी में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ाया जा सकता है। अखरोट, पिस्ता, खजूर और बादाम इसके लिए बढ़िया ऑप्शन्स हैं। इन्हें एनर्जी का पावर हाउस भी माना जाता है।

हर्बल टी
आजकल कई तरह की हर्बल टी मार्केट में मौजूद हैं। इनकी मदद से भी शरीर में एस्ट्रोजन का प्रोडक्शन बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए आपको कई विकल्प मिल जाएंगे।

पर्याप्त नींद
कम से कम 8 घंटे की बेहतर नींद लेना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। इससे शरीर में हार्मोनल बदलाव से लड़ने की क्षमता पैदा होती है जिससे एस्ट्रोजन लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। इसलिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है।