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जल्दबाजी में खाने की आदतें हो सकती है सेहत के लिए नुकसानदायक!

आयुर्वेद में खाने के एक-एक निवाले को कम से कम 32 बार चबाकर खाना सही बताया गया है। इससे पाचन से जुड़ी कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्याएं कभी परेशान नहीं करती, लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति खाने के लिए भी वक्त नहीं निकाल पा रहा है। जैसे-तैसे बस खाने के निपटाया जाता है। जल्दबाजी में खाने की आदत सेहत को कई तरीकों से नुकसान पहुंचा सकती है। आज के लेख में हम इसी के बारे में जानेंगे।

जल्दबाजी में खाने के नुकसान
गले में अटक सकता है खाना
खाने को जल्दबाजी में खाने पर हम उसे चबाने के बजाय निगलते जाते हैं, इससे खाना गले में फंस सकता है और इससे व्यक्ति की जान भी जा सकती है। साथ ही जब आप खाने को चबाकर नहीं खाते, तो उसमें मौजूद पोषक तत्व भी शरीर को नहीं मिल पाते, इसलिए धीरे-धीरे खाने को एन्जॉय करते हुए खाएं।

पाचन तंत्र के लिए नुकसानदायक
जल्दबाजी में खाने से पाचन के लिए जरूरी मुंह में मौजूद सलाइवा अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाता है और जब खाना सही तरीके सेे नहीं पचता, तो खट्टी डकार, पेट फूलना, कब्ज की समस्या देखने को मिलती है।

बढ़ सकता है वजन
जल्दबाजी में खाने से कई बार पेट सही तरह से नहीं भरता और बार-बार भूख लगती रहती है। जिससे आप कुछ भी अनहेल्दी खाते रहते हैं। इससे मोटापा बढ़ सकता है।

हो सकती है डायबिटीज की समस्या
खाने को चबाकर न खाने से वजन बढ़ सकता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज होने की खतरा होता है। डायबिटीज और कई दूसरी समस्याओं की वजह बन सकती है।

बढ़ सकता है कोलेस्ट्रॉल
जल्दबाजी में खाना खाने वाले लोगों के शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की कमी हो सकती है और बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना मतलब हार्ट से जुड़ी समस्याओं का बढ़ना। इसलिए आराम से खाएं।