आगरा में पुलिस भर्ती परीक्षा में 10-10 लाख रुपये में पास कराने का ठेका लेने वाले दो ठगों को एसटीएफ और हरीपर्वत पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों की कोई सेटिंग नहीं है। अभ्यर्थियों से संपर्क करके झांसा देते थे। एडवांस में 25 से 50 हजार रुपये लेने के बाद मूल दस्तावेज और चेक अपने पास रख लेते थे। जो अभ्यर्थी परीक्षा में पास होते थे, उनसे रकम की वसूली करते थे। फेल होने वालों की रकम वापस नहीं करते थे।
शनिवार और रविवार को पुलिस भर्ती परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी। शुक्रवार रात से ही अभ्यर्थियों का आना शुरू हो गया। परीक्षा को लेकर सॉल्वर गैंग और दलाल भी सक्रिय हैं। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि अभ्यर्थियों को पास कराने का झांसा देकर ठगने के लिए कुछ लोग सक्रिय हैं। इस पर टीम लग गई।
एसटीएफ के निरीक्षक यतेंद्र शर्मा और हरीपर्वत के प्रभारी निरीक्षक आलोक सिंह ने जाल बिछाया। अभ्यर्थी बनकर संपर्क किया। दीवानी पर 2 ठगों को पकड़ लिया। उनके साथ दो और लोग थे। इनमें एक अपने बेटे और दूसरा खुद परीक्षा में पास कराने के लिए बात करने आया था। आरोपियों ने उन्हें बुलाया था।
रख लेता है चेक
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि भरतपुर के उद्योग नगर निवासी करतार सिंह और अलीगढ़ के इगलास स्थित नगला परता निवासी टिंकू को गिरफ्तार किया है। करतार सिंह अभ्यर्थियों से संपर्क करता है। बताता है कि भर्ती बोर्ड में सेटिंग से पास करा देगा। इसके लिए 10-10 लाख रुपये की मांग करता है। जो लोग तैयार हो जाते हैं, उनसे एक चेक रकम भरवाकर और हस्ताक्षर कराकर लेता है।
एडवांस में 50 हजार तक
एडवांस में 25 से 50 हजार ले लेता है। इसके साथ ही मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र भी अपने पास रख लेता है। उसकी कोई जान पहचान नहीं है। वह सॉल्वर भी नहीं बैठाता है। जो अभ्यर्थी पास हो जाते हैं, उनसे रकम लेता है। एडवांस में लिए गए रकम वापस नहीं करता है। अगर, कोई अभ्यर्थी पास होने के बाद रकम नहीं देता है तो उनके दस्तावेज नहीं देता है। आरोपियों से कार, 47 हजार रुपये, 15 अंकतालिकाएं, 6 प्रवेशपत्र बरामद किए गए हैं।