राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के बड़ा झटका लगा है। मनोज पांडेय के साथ ही उसके कई विधायक बागी हो गए हैं। सपा के विधायक मनोज पांडे ने मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेज दिया है। मनोज पांडेय ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मतदान किया है। मतदान के पहले वह आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल के कक्ष में भी गए। बताया जा रहा है कि सपा के छह विधायकों ने भाजपा प्रत्याशी को वोट किया है।
मतदान के दौरान सपा के पांच विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इनमें अभय सिंह, राकेश सिंह, राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी और मनोज पांडेय शामिल रहे। बाद में सपा विधायक आशुतोष मौर्य ने भी भाजपा प्रत्याशी को वोट देने का एलान किया है।
इसके पहले, सपा के विधायक मनोज पांडे ने पत्र में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लिखा कि मैं मुख्य सचेतक के पद से इस्तीफा दे रहा हूं। इस्तीफा स्वीकार किया जाए। विधायक मनोज कुमार पांडे ने कहा कि “समाजवादी पार्टी विधानमंडल दल के मुख्य सचेतक के पद से हमने इस्तीफा दे दिया है।
अमेठी गौरीगंज से समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह और अभय सिंह एक गाड़ी से सदन पहुंचे। अयोध्या जनपद के सपा विधायक अभय सिंह और अंबेडकरनगर से सपा विधायक राकेश पांडे भी मौजूद हैं। तीनों ने संयुक्त बयान में कहा कि अंतरात्मा की आवाज पर वोट देंगे।
विधायक राकेश प्रताप सिंह अपनी पार्टी की दोनो मीटिंग में नहीं गए थे और उन्होंने बागी रुख अख्तियार कर रखा था। इन तीनों विधायकों ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया। राकेश पांडे के सांसद बेटे रितेश पांडे दो दिन पहले भाजपा में शामिल हुए हैं।
भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह का दावा, सभी उम्मीदवार जीत रहे हैं
राज्यसभा चुनाव पर भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि भाजपा के आठ उम्मीदवार हैं, सभी जीतकर दिल्ली जाने वाले हैं। जिनको डर था वे सुबह से ही गा रहे हैं कि भाजपा ने उनके विधायकों को छीन लिया है। उन लोगों को अपने घर को संभालना नहीं आया। किसी पर आरोप लगाने से पहले ये भी देख ले कि आपके घर के सदस्य क्यों आपसे भागना चाहते हैं? अखिलेश यादव को बहाना देने की आदत पड़ चुकी है। 2017 में बहाना दिया, 2019 में दिया और अब 2024 में भी एक और बहाना देंगे।
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