Friday , June 14 2024

जी-7 बैठक में हिस्सा लेने इटली पहुंचे पीएम मोदी

इटली के शहर अपुलिया में जी- 7 देशों की अगुवाई में होने वाली बैठक में पीएम नरेन्द्र मोदी गुरुवार को देर रात वहां पहुंच गए। प्रधानमंत्री के तौर पर अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत करने के बाद यह पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा है।

वैसे तो वह इटली में सिर्फ 24 घंटे ही ठहरने वाले हैं, लेकिन इस दौरान वह जी-7 सम्मेलन में विशेष तौर पर आमंत्रित 11 देशों व वैश्विक संस्थानों के मुखियाओं के साथ कुछ सत्रों में हिस्सा लेंगे और इसके साथ ही कम से कम छह वैश्विक मेहमानों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।

ऋषि सुनक-मलोनी समेत मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे पीएम मोदी
देर रात तक जो सूचना मिली है उसके अनुसार, मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, जापान के पीएम किशिदा से मुलाकात होनी तय है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से भी मुलाकात संभव है और इसकी पुष्टि अमेरिकी प्रशासन की तरफ से की गई है।नई दिल्ली से दोपहर में रवाना होने से पहले पीएम की तरफ से एक बयान जारी किया गया।

पीएम मोदी ने कही ये बात
इसमें पीएम मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर मैं 14 जून 2024 को जी-7 आउटरीच शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली के अपुलीया क्षेत्र की यात्रा पर जा रहा हूं। मुझे खुशी है कि लगातार तीसरे कार्यकाल में मेरी पहली यात्रा जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की है। मैं 2021 में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी इटली यात्रा को गर्मजोशी से याद करता हूं।

पिछले साल प्रधानमंत्री मेलोनी की भारत की दो यात्राएं हमारे द्विपक्षीय एजेंडे में गति और गहराई लाने में सहायक रहीं। हम भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और हिंद-प्रशांत एवं भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

पीएम मोदी ने आगे कहा एआइ, ऊर्जा, अफ्रीका ध्यान केंद्रित किया जाएगा
पीएम मोदी ने आगे कहा है कि आउटरीच सत्र में चर्चा के दौरान कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ), ऊर्जा, अफ्रीका एवं भूमध्यसागर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन तथा आगामी जी- शिखर सम्मेलन के परिणामों के बीच व्यापक तालमेल लाने और उन मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का अवसर होगा, जो ग्लोबल साउथ के लिए महत्वपूर्ण हैं।