बिहार के समस्तीपुर जिले में निर्माणाधीन बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु का स्पैन रविवार को अचानक गिर गया। वहीं, घटना के बाद पुल निर्माण कंपनी के अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया।
हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं
जानकारी के मुताबिक, घटना जिले के नंदनी लगुनिया रेलवे स्टेशन के पास की है, जहां निर्माणाधीन बख्तियारपुर-ताजपुर पुल के कनेक्टिंग पथ के दो खंभों के बीच का हिस्सा रविवार को ढह गया। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया। हालांकि हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। घटना के बाद निर्माण एजेंसी के कर्मचारियों और मजदूरों द्वारा जेसीबी की सहायता से मलबे को हटाया गया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इस हादसे के बाद पुल निर्माण की गुणवत्ता को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।बता दें कि इस परियोजना का निर्माण पिछले कई वर्षों से चल रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जून 2011 में 5.57 किलोमीटर लंबे बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु के निर्माण की आधारशिला रखी थी। इस परियोजना की कुल लागत 1,602.74 करोड़ रुपये आंकी गई थी। परियोजना के पूरा होने के बाद यह पुल समस्तीपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग 28 और पटना में एनएच 31 को जोड़ेगा। इस परियोजना का उद्देश्य पटना में महात्मा गांधी सेतु और मोकामा में राजेंद्र सेतु पर यातायात का भार कम करना है।
अधिकारी ने दी ये सफाई
वहीं, मामले की जानकारी देते हुए प्रबंधक मोहन सिंह ने बताया कि हमें इस गर्डर को बदलना था। बदलने की प्रक्रिया में, जब हम इसे बियरिंग पर सेट कर रहे थे, तो एक गर्डर गिर गया। वायरल वीडियो में कोई सच्चाई नहीं है। हम केवल एक गर्डर को नए गर्डर से बदल रहे हैं। आप देख सकते हैं कि वहां एक नया गर्डर डाला गया है। गर्डर गिरा नहीं है, हम इसे बदल रहे हैं। पुल दिसंबर 2026 तक पूरा होना है और यह समय पर पूरा हो जाएगा। हम गुणवत्ता के बारे में जानते हैं, अगर ऐसा नहीं होता, तो हम गर्डर को नहीं बदलते।
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