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बाढ़ पीड़ितों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश ने खोला सरकारी खजाना

नेपाल में भारी बारिश की वजह से बिहार में आई बाढ़ (Flood) से लाखों लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बाढ़ पीड़ितों की हर तरह से मदद के लिए सरकारी खजाने का मुंह खोल दिया है। बाढ़ पीड़ितों के खाते में नीतीश सरकार ने 532 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं। पहले चरण में 4.38 लाख परिवारों के खाते में 306.97 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए थे। वहीं दोनों चरण मिलाकर कुल 7.60 लाख परिवारों को 532.22 करोड़ रुपये जाए किए गए हैं।

पटना के एक अणे मार्ग स्थित संकल्प भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने द्वितीय चरण के तहत बाढ़ प्रभावितों को अनुग्रह राशि ट्रांसफर की है। इस दौरान एक बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग की संयुक्त सचिव साहिला ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में आपदा प्रबंधन मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप उचित कदम उठाए गए हैं और प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर पीड़ित परिवार को सात हजार रुपए की आर्थिक सहायता भेजी है।

‘फसल क्षति के पैसे दीवाली से पहले ट्रांसफर किए जाएंगे’
विनाशकारी बाढ़ से लाखों किसान परिवारों के फसल को नुकसान पहुंचा है। फसल के नुकसान की वजह से लाखों किसानों परिवारों के पास आगे की खेती के लिए पूंजी का अभाव हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लाखों किसान परिवारों की इस पीड़ा को महसूस किया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसलों की जो क्षति हुई है, उसकी राशि दीपावली के पूर्व अवश्य उनके खातों में ट्रांसफर कर दें। मुख्यमंत्री के निर्देश से ये साफ हो गया है कि दीवाली से पहले फसल क्षति के पैसे दीवाली से पहले ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर तरह से की बाढ़ पीड़ितों की मदद’
बाढ़ पीड़ितों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को एसओपी के अनुसार पूरी सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ये दोहराया कि सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। उन्होंने कहा कि एसओपी के तहत सभी जिलों और संबद्ध विभागों को विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं और उसका अक्षरश: अनुपालन सुनिश्चित किया गया है। बाढ़ पीड़ितों के लिए नीतीश सरकार ने नाव संचालन, पालिथीन शीट्स, राहत सामग्री, दवा, पशु चारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई और फूड पैकेट्स आदि की त्वरित व्यवस्था करवाई थी।

प्राकृतिक आपदा से निपट रही है नीतीश सरकार
उत्तर बिहार में बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा हर साल आती है, लेकिन नीतीश सरकार सीमित संसाधनों में बाढ़ पीड़ितों की हर तरह से मदद करती है। केंद्र सरकार को नेपाल सरकार से बातचीत करके कोसी नदी के बाढ़ को रोकने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए, क्योंकि बिना केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बिहार की बाढ़ की समस्या को हल नहीं किया जा सकता है।