मुख्यमंत्री आतिशी ने 2011 से 2015 के बीच बने नंद नगरी रेलवे ओवर ब्रिज और रेलवे अंडर ब्रिज के दोषपूर्ण क्रियान्वयन पर अधिकारियों को फटकार लगाई है। इसे लेकर सीएस को जांच करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि समझ में नहीं आ रहा कि 70 साल तक चलने वाले फ्लाईओवर में कुछ ही महीनों में दरारें कैसे आ गईं। जिम्मेदार अफसरों को इसका जवाब देना ही होगा।
उन्होंने कहा कि यह अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार का स्पष्ट मामला है। आतिशी इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन और रखरखाव में लापरवाही के लिए जिम्मेदार सभी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में डीटीटीडीसी और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की घोर लापरवाही को उजागर किया गया है। इसमें लोगों की जान भी जोखिम में डाली गई है।
आतिशी ने सीएस को टेंडर तैयार करने, कार्य अनुबंध देने और कार्य के निष्पादन की निगरानी करने वाले सभी अधिकारियों के खिलाफ जांच करने का निर्देश दिया है। गुणवत्ता नियंत्रण कार्य करने वाली थर्ड पार्टी एजेंसी के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। घटिया गुणवत्ता के लिए सभी जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।