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PM मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 92वें एपिसोड को सबोधित करते हुए कही ये बड़ी बात..

Mann Ki Baat- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 92वें एपिसोड को सबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने हर घर तिरंगा मुहिम को सफल बनाने के लिए देशवासियों की सराहना की। रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के विशेष अवसर पर हमने देश की सामूहिक शक्ति के देखा को देखा। इस दौरान हमें एक चेतना की अनुभूति हुई। इतना बड़ा देश, इतनी विविधताएं, लेकिन जब बात तिरंगा फहराने की आई, तो हर कोई, एक ही भावना में बहता दिखाई दिया।

तिरंगामय हुआ मेरा कार्यालय- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा कि अगस्त के इस महीने में आप सभी के पत्रों, संदेशों और कार्ड ने मेरे कार्यालय को तिरंगामय कर दिया है। मुझे ऐसा शायद ही कोई पत्र मिला हो, जिस पर तिरंगा न हो, या तिरंगे और आजादी से जुड़ी बात न हो। आजादी के इस महीने में हमारे पूरे देश में अमृत महोसत्व की अमृतधारा बह रही है। अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के इस विशेष अवसर पर हमने देश की सामूहिक शक्ति के दर्शन किए हैं।

 

31 जुलाई को पीएम मोदी ने की थी मन की बात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 जुलाई 2022 को देशवासियों के साथ मन की बात की थी। पीएम मोदी ने इस दौरान देशवासियों से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने घरों में तिरंगा फहराने की अपील की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि मुझे ये देखकर बहुत खुशी होती है कि आजादी का अमृत महोत्सव एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है। सभी क्षेत्रों और समाज के हर वर्ग के लोग इससे जुड़े अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं।

सुनिए जुलाई का पीएम के मन की बात का संबोधन

स्वतंत्रता सेनानियों को दी थी श्रद्धांजलि

इसके अलावा पीएम मोदी ने देश की आजादी के लिए शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों को भी श्रद्धांजलि दी थी। साथ ही पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान देशवासियों से अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल फोटो में तिरंगा लगाने की अपील की थी। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परीक्षा में पास हुए छात्रों को भी बधाई दी थी।

26 जून को किया था आपातकाल का जिक्र

पीएम मोदी ने 26 जून के मन की बात कार्यक्रम के दौरान आपातकाल का जिक्र किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि उस समय भारत के लोकतंत्र को कुचल देने का प्रयास किया गया था। देश की अदालतें, हर संवैधानिक संस्था, प्रेस, सब पर नियंत्रण लगा दिया गया था।