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दिल्ली: सीपी के इस बस टर्मिनल की बदलेगी सूरत, NDMC ने बनाई पुनर्विकास की योजना

राजधानी दिल्ली में कनॉट प्लेस स्थित शिवाजी स्टेडियम टर्मिनल की सूरत बदलने वाली है। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद यानी एनडीएमसी ने इसके पुनर्विकास की योजना बनाई है।

नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने राजधानी के प्रमुख क्षेत्रों में से एक कनॉट प्लेस स्थित शिवाजी स्टेडियम टर्मिनल के पुनर्विकास की योजना बनाई है। इसके तहत टर्मिनल को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इससे सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था और अधिक सुगम बनेगी। यहां लगभग 200 वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा मिलेगी। योजना पूरी होने के बाद बस व अन्य वाहन खड़े करने में दिक्कत नहीं होगी।

एनडीएमसी ने पहले शिवाजी स्टेडियम टर्मिनल पर बस टर्मिनस, साइकिल शेयरिंग स्टेशन, ऑटो रिक्शा स्टैंड और अन्य सार्वजनिक परिवहन के विकल्पों को विकसित करने की योजना बनाई थी। इसमें 113 वाहनों की पार्किंग की भी व्यवस्था प्रस्तावित थी, लेकिन भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए और सार्वजनिक परिवहन को अधिक सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से परियोजना को और विस्तृत करने का निर्णय लिया गया है।

इसके तहत अब टर्मिनल में अधिक बसों और वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा को बढ़ाया जाएगा, ताकि यहां अधिक संख्या में यात्री लाभान्वित हो सकें। शिवाजी स्टेडियम टर्मिनल दिल्ली के महत्वपूर्ण परिवहन केंद्रों में से एक है। यहां रोजाना हजारों यात्री आते-जाते हैं। ऐसे में पार्किंग सुविधा की कमी और सार्वजनिक परिवहन के समुचित प्रबंधन की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। एनडीएमसी के नए निर्णय के तहत यहां न केवल पार्किंग सुविधा को बढ़ाया जाएगा, बल्कि यात्रियों की सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

स्वच्छ प्रतीक्षा कक्ष, बैठने की व्यवस्था
नई योजना के तहत इस टर्मिनल को आधुनिक तकनीक और यात्री सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। यहां स्वच्छ प्रतीक्षा कक्ष, बैठने की उचित व्यवस्था, साफ-सुथरे शौचालय, पीने के पानी की सुविधा और सुरक्षा के विशेष उपाय किए जाएंगे। इसके अलावा सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए बसों की आवाजाही को भी अधिक सुव्यवस्थित किया जाएगा, ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव प्राप्त हो सके।

यात्रियों को नहीं होगी असुविधा
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल के अनुसार, योजना के क्रियान्वयन के बाद टर्मिनल पर बसों और अन्य सार्वजनिक वाहनों की आवाजाही और पार्किंग से जुड़ी समस्याएं काफी हद तक कम हो जाएंगी। इससे यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा और सार्वजनिक परिवहन प्रणाली अधिक व्यवस्थित व प्रभावी हो सकेगी। परियोजना का उद्देश्य न केवल पार्किंग की सुविधा को बढ़ाना है, बल्कि शहर में यातायात को सुचारू बनाने के साथ-साथ सार्वजनिक परिवहन को भी मजबूत करना है।

दिल्ली में प्रतिदिन लाखों लोग बसों, ऑटो रिक्शा और अन्य सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करते हैं। ऐसे में इस टर्मिनल का उन्नयन शहर की परिवहन व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाएगा। इसके अलावा भविष्य में इस टर्मिनल को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर भी विचार किया जा रहा है। आधुनिक शहरी परिवहन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए यहां मल्टीलेवल पार्किंग और डिजिटल सूचना प्रणाली जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा सकती हैं।