पटना. बिहार की राजनीतिक फिजा में इस वक्त पोस्टर सियासत छाया हुआ है. शुरुआत केंद्रीय मंत्री आर.सी.पी सिंह के बिहार दौरे से हुई जब उनके स्वागत के लिए बनाए गए पोस्टर से जनता दल युनाइटेडके राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा गायब दिखे. मामला गर्माया तो ललन सिंह पोस्टर में दिखने लगे लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा अभी भी कई पोस्टरों से गायब दिखे. लेकिन अब उपेन्द्र कुशवाहा के समर्थक भी पोस्टर के बहाने विरोधियों को जवाब देने की तैयारी में हैं. उन्होंने एक ऐसा पोस्टर लगाया है जिसके बाद पार्टी के अंदरखाने सियासत गर्म हो गई है.
दरअसल इस वक्त उपेन्द्र कुशवाहा बिहार के दौरे पर हैं. वो तमाम जिलों में जाकर जेडीयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर पार्टी के अंदर अपनी ताकत और पहचान बढ़ाने की कवायद में जुटे हैं. इसी कड़ी में उपेन्द्र कुशवाहा का मुजफ्फरपुर में दौरा होना है. इस दौरे के पहले उनके समर्थकों ने बड़ा पोस्टर लगाया है जिसमें उपेन्द्र कुशवाहा को बिहार के भावी मुख्यमंत्री के रूप में दिखाया गया है.
यह पोस्टर उपेन्द्र कुशवाहा के मुजफ्फरपुर दौरे से पहले कुशवाहा महासभा और अखिल भारतीय सम्राट अशोक समता परिषद की ओर से लगाया गया है. इस पोस्टर में उपेंद्र कुशवाहा के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी तस्वीर लगी हुई है. साथ ही कई स्थानीय नेताओं के साथ पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा की भी तस्वीर छपी है.
उपेन्द्र कुशवाहा से पूछा तो उन्होंने बताया कि जिन्होंने पोस्टर को लगाया है, उनसे मैंने बात की और इस पोस्टर को लेकर एतराज जताया है. उन्होंने बताया कि यह किसी कार्यकर्ता ने लगाया था, पार्टी के तरफ से इस पोस्टर को नहीं लगाया गया है. इस पोस्टर को हटाने के लिए निर्देश दे दिया गया है.
बता दें कि उपेन्द्र कुशवाहा 26 अगस्त को मुजफ्फरपुर के दौरे पर जा रहे हैं. वो पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष की हैसियत से पूरे बिहार की यात्रा पर निकले हुए हैं.