नई दिल्ली. केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने रोहिणी जेल के अंदर से अब तक की सबसे बड़ी उगाही करने यानी रंगदारी वसूलने के मामले में मामला दर्ज करके अब उस मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. दरअसल ये मामला पिछले कुछ समय पहले का है, जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को ये जानकारी मिली थी कि रोहिणी जेल के अंदर से एक कैदी के द्वारा दिल्ली के ही एक कारोबारी परिवार को फोन कॉल करके करीब 200 करोड़ रुपये की उगाही के लिए धमकाया जा रहा है. लिहाजा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल सेल की टीम तफ्तीश कर रही है, लेकिन इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े इनपुट्स होने की वजह से तफ्तीश करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने अब इस केस को टेकओवर कर लिया है यानी स्पेशल सेल द्वारा दर्ज एफआईआर को टेकओवर करने के बाद उसी मामले को अपने स्तर से अब तफ्तीश करेगी.
स्पेशल सेल के अधिकारी के मुताबिक, करोड़ों रुपये के अवैध उगाही मामले में सीधा कनेक्शन और आरोप सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ है. इसके द्वारा ही दिल्ली में रहने वाली एक महिला कारोबारी को फोन करके धमकी दी गई और उसके बाद करोड़ों रुपये अवैध वसूली की गई. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ-साथ इस मामले की तफ्तीश आर्थिक अपराध शाखा भी कर रही थी, लेकिन अब केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी भी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज करके मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. ईडी के मुताबिक इस आरोपी शख्स के खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं.
ईडी मुख्यालय के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने इस मामले को दर्ज करने के बाद पिछले पांच दिनों तक लगातार छापेमारी की. ईडी की टीम ने 18 अगस्त से लेकर 23 अगस्त तक इस छापेमारी को अंजाम दिया और उसके बाद छापेमारी के दौरान तमाम महत्वपूर्ण दस्तावेजों, बैंक अकाउंट, प्रॉपर्टी के दस्तावेजों को जब्त करने के बाद अब आगे की तफ्तीश कर रही है. ईडी की टीम ने इस दौरान राजधानी दिल्ली, चेन्नई सहित कई अन्य लोकेशन पर छापेमारी की है. जांच एजेंसी ईडी की टीम ने सुकेश चंद्रशेखर के संपर्क में लगातार बने रहने वाले एक बिचैलिया, एक बैंककर्मी के यहां भी छापेमारी की है. आरोपी बैंककर्मी का नाम कोमल पोद्दार है, जो कि आरबीएल बैंक में वाइस प्रेसिडेंट पद पर कार्यरत रह चुका है. ईडी की तफ्तीश में ये जानकारी मिली थी कि यही आरोपी बैंक का अधिकारी सुकेश के काले धन का लेनदेन कर रहा था. यानी बैंक का फायदा उठाकर उसे ठिकाने लगाने में मदद कर रहा था. ईडी की तफ्तीश के दौरान कोमल पोद्दार के यहां करीब 83 लाख रुपये नकद और दो किलो गोल्ड बार जो 24 कैरेट गोल्ड है उसे भी जब्त किया गया. उसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी से अब आगे की पूछताछ की जा रही है, जिससे से जांच एजेंसी के जांचकर्ता ये जानने का प्रयास कर रहे है कि अब तक इस फर्जीवाडे़ का मुख्य आरोपी सुकेश चंद्रशेखर का कितने करोड़ों रुपये को उसने ठिकाने लगाया है और किस तरह से तमाम फर्जीवाडे़ को अंजाम दिया जा रहा था. इसके साथ ही उसके गैंग में कौन कौन से लोग शामिल हैं.
जांच एजेंसी ईडी की टीम ने मद्रास कैफे हाउस फिल्म की अभिनेत्री लीना मारिया पॉल के यहां भी छापेमारी की है. लीना पॉल मुख्य तौर पर मलयालय फिल्म की अभिनेत्री है, लेकिन पिछले कई सालों से सीधे तौर पर सुकेश चंद्रशेखर के साथ उसके गुनाहों की चश्मदीद है. हालांकि जांच एजेंसी के पास लीना के खिलाफ भी काफी सबूत हैं, जो ये बताने के लिए काफी हैं कि ये सुकेश की पत्नी होने के साथ ही उसके कई गुनाहों की पार्टनर रही है. यानी इसने भी सुकेश के साथ मिलकर कई लोगों को चूना लगाने के साथ-साथ कई वित्तिय अपराध के मामलों को अंजाम दिया है. फिलहाल इस मामले की तफ्तीश जारी है औ कई अन्य बड़े खुलासे हो सकते हैं.