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राम मंदिर निर्माण के लिए लाया गया 115 देशों और 7 महाद्वीपों का जल

नई दिल्ली. दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष और भाजपा नेता विजय जॉली राम मंदिर निर्माण के लिए 115 देशों और 7 महाद्वीपों से जल लेकर आये हैं. इन देशों में पाकिस्तान, मलेशिया, स्कॉटलैंड, सऊदी अरब, तजाकिस्तान आदि देश शामिल हैं. विजय जॉली ने बताया कि नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी और अशोक सिंघल से प्रेरणा लेकर पिछले साल 25 अगस्त के दिन इस अभियान की शुरुआत की. आज इस एक वर्ष में हम ये अभियान पूरा करने में सफल हुए हैं. अब किसी दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर विधि विधान से पूजा करके इस जल को शीघ्र ही अयोध्या भेजा जाएगा.

जॉली ने वैश्विक अभियान का शुभारम्भ एक वर्ष पूर्व किया. इस महाअभियान के प्रेरणा स्रोत वयोवृद्ध भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी, विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष दिवंगत अशोक सिंघल व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहे. जिन्होंने 5 अगस्त 2020 को अयोध्या राम मंदिर की नींव रखी थी. अब वैश्विक नदियों व समुद्रों का जल अयोध्या राम मंदिर में अर्पित किया जायेगा. डॉ. जॉली ने बताया कि जब लोग कोरोना काल में एक देश से दूसरे देश की यात्रा भी नहीं कर सकते थे. तब भगवान राम के आशीर्वाद से हम अपने ऐतिहासिक महाअभियान में सफल हुए.

राम मंदिर के गर्भगृह में अर्पण करने के लिए जल प्रमुख रूप से ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, कनाडा, चीन, कंबोडिया, क्यूबा, उत्तरी कोरिया, फिजी, फ्रांस, जर्मनी, गुयाना, हांगकांग, इटली, इंडोनेशिया, आयरलैण्ड, इजराइल, आइसलैंड, भारत, जापान, केन्या, लाइबेरिया, मलेशिया, मकाऊ, मॉरीशस, मोंटेनेग्रो, म्यांमार, मंगोलिया, मोरक्को, मालदीव, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, नेपाल शामिल रहे.

इसके साथ ही नॉर्वे, ओमान, पाकिस्तान, पपुआ न्यू गिनी, रूस, रोमानिया, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, सऊदी अरब, सूरीनाम, दक्षिण अफ्रीका, ताजिकिस्तान, थाईलैंड, तिब्बत, ताइवान, त्रिनिदाद और टोबैगो, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, यूक्रेन, उज्बेकिस्तान, युगांडा, वियतनाम व जिम्बाब्वे इत्यादि 115 देशों में से प्रमुख रहे. बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा उनके आवास 17 अशोक रोड, नई दिल्ली पर धार्मिक पूजा संपन्न होगी. इसके बाद अयोध्या में जाकर राम मंदिर के गर्भ गृह में जल कलशों को अर्पित किया जायेगा.