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अनुसूचित जाति के लोग अब बड़े उद्यमी बन सकेंगे- उ0प्र0अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की योजनाओं में पात्रता हेतु आय सीमा और अनुदान सीमा में भारी वृद्धि – डा0 निर्मल

उरई जालौन में आज विकास भवन के सभागार में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत छात्रों को टैबलेट वितरण के पश्चात दलित उद्यमिता को प्रमोट करती प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना पर प्रेस वार्ता करते हुए ।

उरई-जालौन 31 जुलाई 2022 अनुसूचित जातियों को उद्यमी बनाने के लिए उ0प्र0अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम ने आजादी के बाद पहली बार पात्रता हेतु आय सीमा और अनुदान राशि में बड़ा परिवर्तन किया है। अब अनुसूचित जाति के सभी लोग लघु, मध्यम एवं बड़े उद्यमी बन सकेंगे। उक्त बातें आज विकास भवन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में निगम के अध्यक्ष डा0 लालजी प्रसाद निर्मल ने कही।

अभ्यर्थियों के लिए आय सीमा मुक्त कर दी गयी

​उन्होंने बताया कि उ0प्र0अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की योजनाओं में पात्रता के लिए अभी तक आय सीमा ग्रामीण क्षेत्र में रू0 46,080/- तथा शहरी क्षेत्र में रू0 56,460/- वार्षिक निर्धारित थी तथा अनुदान राशि प्रति व्यक्ति 10 हजार रूपये अनुमन्य थी। उन्होंने कहा कि अब अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों के लिए आय सीमा मुक्त कर दी गयी है किन्तु जिनकी आय रू0 2.50 लाख या उससे कम होगी उन्हें योजनाओं में वरीयता दी जायेगी। उक्त के अतिरिक्त अनुदान राशि 10 हजार रूपये से बढ़ाकर 50 हजार रूपये कर दी गयी है।

बाबू जगजीवनराम छात्रावास योजना को भी इसके साथ जोड़ दिया गया

डा0 निर्मल ने कहा कि विशेष केन्द्रीय सहायता के तहत संचालित निगम की रोजगारपरक योजनाएं अब प्रधानमंत्री अभ्युदय योजना (पीएम अजय) के नाम से जानी जायेंगी। इसके तहत रोजगार योजनाओं के अतिरिक्त प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना तथा बाबू जगजीवनराम छात्रावास योजना को भी इसके साथ जोड़ दिया गया है।

​डा0 निर्मल ने बताया कि अनुसूचित जाति के लोग कृषि, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प, हथकरघा उद्योग एवं सेवा व्यापार आदि के तहत अपना रोजगार शुरू कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जातियों को रोजगार से जोड़ने के लिए यह एक बड़ा कदम है और इससे दलितों का बड़ा वर्ग उद्यमी बनकर उभरेगा।

आजादी के बाद बाबा साहेब डा0 आंबेडकर को सबसे बड़ा सम्मान

डा0 निर्मल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अनुसूचित जातियों का समग्र विकास हो रहा है। अनुसूचित जातियों के सामाजिक और आर्थिक सशक्तीकरण के लिए सरकार कार्य कर रही है। उक्त के अतिरिक्त आजादी के बाद बाबा साहेब डा0 आंबेडकर को सबसे बड़ा सम्मान देने का कार्य भारतीय जनता पार्टी की सरकार में किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा डा0 आंबेडकर से जुड़े पंचतीर्थों को एक स्मारक के रूप में विकसित किया गया गया। उनके जन्म स्थान महू छावनी, शिक्षा स्थल 10 किंग्स हेनरी रोड लंदन, दीक्षा भूमि नागपुर, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली 26 अलीपुर रोड दिल्ली तथा जहां उनका अंतिम संस्कार हुआ चैत्य् भूमि मुम्बई भव्य स्मारक का रूप ले चुका है। वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में बाबा साहेब डा0 आंबेडकर का चित्र लगाना अनिवार्य कर दिया है। उक्त के अतिरिक्त प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बाबा साहेब डा0 आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र का निर्माण किया जा रहा है। डा0 निर्मल ने कहा कि मोदी योगी युग अनुसूचित जातियों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए स्वर्णिम काल साबित हो रहा है।